fbpx

Corona Brief News: कोरोना के खतरे को कम करने के लिए बनाया वॉइस सेंसर वाला सैनीटाइजर, ‘फतेह’ बोलते ही होगा स्प्रे

Corona Brief News: कोरोना के खतरे को कम करने के लिए बनाया वॉइस सेंसर वाला सैनीटाइजर, ‘फतेह’ बोलते ही होगा स्प्रे

कोरोना वायरस (Coronavirus) के खतरे को कम करने के लिए चंड़ीगढ़ की अंशु शर्मा ने वॉइस सेंसर वाला सैनीटाइजर डेवलप किया है। इस नए इनोवेशन में सैनीटाइजर (sanitizer spray) आवाज़ पर काम करेगा, जैसे ही आप कहेंगे ‘फतेह’, बस इसमें से सैनीटाइजर स्प्रे (sanitizer spray) हो जाएगा।

1.कोरोना को बढ़ने से रोकेगा ‘वॉइस सेंसर वाला सैनीटाइजर-

  • बता दें, हाथों को बार-बार धोने से हम कोरोना के वायरस से बच सकते हैं। लेकिन, कई जगहों पर हमारे पास पानी और साबुन उपलब्ध नहीं होता है। ऐसे में हाथों को साफ करने के लिए हैंड सैनीटाइजर का उपयोग किया जाता है।
  • बढ़ती उपयोगिता को देखते हुए अब हैण्ड सैनीटाइजर में भी बहुत सारे इनोवेशंस देखने को मिल रहे हैं।वॉइस सेंसर वाले सैनीटाइजर की डेवलपर अंशु शर्मा ने प्रसार भारती को कहा “इस डिवाइस में मैने फतेह शब्द डाला है। फतेह बोलते ही यह ऑन हो जाता है।
  • हम इसमें कोई भी शब्द डाल सकते हैं। सात तरह के विभिन्न शब्द प्रयोग किए जा सकते हैं। इस सैनीटाइजर में अलग-अलग आवाज़ों को रिकार्ड कर उस पर काम करने की क्षमता है। साथ ही, इस मशीन में अपने हिसाब से आवाज़ को बदला और डिलीट किया जा सकता है।”

2. O+ ब्लड ग्रुप वालों को कोरोना संक्रमण का खतरा कम- रिसर्च 

कोरोना वायरस (Coronavirus) के लगातार बढ़ते संक्रमण के बीच इस पर रिसर्च भी बढ़ी तेजी से चल रहा है। कोरोना (Corona) से जुड़ी ऐसी ही एक चौंकाने वाली रिसर्च सामने आई है, जिसमें रिसर्चकर्ताओं ने बताया है कि O+ ब्लड ग्रुप वालों को कोरोना संक्रमण का खतरा कम रहता है। 

कोरोना पर हुई रिसर्च में 3 चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं-

o group
  • O+ ब्लड ग्रुप वालों को कम होता है कोरोना का खतरा –

ऑस्ट्रेलिया में करीब 10 लाख लोगों के डीएनए पर की गई रिसर्च में सामने आया है कि  O+ ब्लड ग्रुप वालों पर वायरस का असर कम होता है। इससे पहले हार्वर्ड से भी रिपोर्ट आयी थी, लेकिन उसमें कहा गया था कि O+ वाले लोग कोरोना पॉजिटिव (Corona positive) कम हैं, लेकिन सीवियरिटी और डेथ रेट में बाकियों की तुलना में कोई फर्क नहीं है। कई अन्य देशों में भी इस पर रिसर्च जारी है।

  • यंग लोगोंं के हार्ट पर भी कोरोना का असर

अब तक यही माना जाता रहा है कि कोरोना वायरस (Coronavirus) सबसे ज्यादा फेफड़े को प्रभावित करता है। लेकिन, हालिया रिसर्च में सामने आया है कि ये वायरस हार्ट को भी प्रभावित करता है। यंग लोगों की मृत्यु तभी होती है जब उनके हार्ट पर वायरस का असर ज्यादा होता है। उन्हें सांस लेने में ज्यादा परेशानी होती है।

  • मास्क देता है वैक्सीन से ज्यादा सुरक्षा

जब तक कोरोना की दवा नहीं आती, तब तक लोगों को मास्क का प्रयोग करने की सालाह दी जा रही है। मास्क को ही लेकर सीडीसी, अमेरिका के निदेशक ने कहा कि मास्क वैक्सीन से भी ज्यादा प्रभावी है। 

3. वैक्सीन नहीं कोरोना वायरस से बेहतर बचाव करेंगे मास्क!

mask 2

Coronavirus Prevention: कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से बचने के लिए सरकार और वैज्ञानिकों द्वारा कई तरह के सुझाव दिए जा रहे हैं। उसके सबसे अहम मास्क लगाना और हाथों को सैनिटाइज करना है। 

इस महामारी को रोकने के लिए कुछ महीनों से कई तरह की वैक्सीन पर काम चल रहा है लेकिन अभी तक एक भी कारगर नहीं हुई है और हाल ही में कई वैक्सीन के साइड-इफेक्ट्स भी देखने को मिले हैं।

सीडीसी यानी डायरेक्टर्स ऑफ सेंटर फॉर डिज़ीज़ कंट्रोल एंड प्रीवेंशनके डायरेक्टर रॉबर्ट रेडफील्ड ने कहा कि वैक्सीन कुछ हद तक इस वायरस से हमें बचाने में मदद करेगी, लेकिन इससे बेहतर और सुरक्षित हैं आपके फेस मास्क । 

उन्होंने कहा कि मास्क और वैक्सीन दो बिल्कुल अलग चीज़ें हैं और अलग से काम भी करते हैं। इन दोनों की तुलना सही नहीं है, लेकिन इस वक्त महामारी को रोकने के लिए मास्क का उपयोग हमारी काफी मदद कर सकता है। वास्तव में, मास्क का उपयोग करने से भविष्य में वैक्सीन बनाने वालों का काम आसान हो सकता है।

4. कोरोना वैक्सीन स्पूतनीक- वी के 120 करोड़ डोज हुए बुक –

sputnik 1 1
Health coronavirus prevention CDC director says masks better than vaccines 

रूस की कोरोना वैक्सीन स्पूतनीक- वी के बेचने पर 10 देशों के साथ अब तक 120 करोड़ डोज बेचने पर समझौता हो चुका है। इसे ऑर्डर करने वालों में दक्षिण अमेरिकी और एशिया के साथ ही कुछ खाड़ी देश भी हैं।

रूसी अधिकारियों के मुताबिक, भारत, सऊदी अरब, मैक्सिको और ब्राजील से वैक्सीन के लिए सौदा किया गया है। वहीं, 10 दूसरे देशों के साथ भी बात चल रही है। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में यह दावा किया है।

लेटेस्ट कोरोना वायरस अपडेट्स और किसी भी बीमारी से संबंधित विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श के लिए डाउनलोड करें ”आयु ऐप’।

CATEGORIES
Share This

COMMENTS

Wordpress (0)
Disqus ( )