ब्रेस्टफीडिंग के दौरान महिलाए ना करें इन चीजों का सेवन

ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली मां जो भी खाती है वो कार्बोहाइड्रेट, फैट, प्रोटीन और विटामिन में परिवर्तित हो जाता है, बाद में ये पोषक तत्व खून के माध्यम से ब्रेस्ट तक पहुंच जाते हैं और दूध में मिल जाते हैं. इसका मतलब यह है कि जैसे अगर मां ने पालक खाया है तो उसके दूध में आयरन और अन्य पोषक तत्व मौजूद होंगे.
अगर आप इस दौरान संतुलित आहार लेती हैं तो यह आपके बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगा. अगर मां ने संतुलित आहार नहीं लिए हैं या उनकी डायट में पोषक तत्वों की कमी है तो ब्रेस्ट मिल्क अपने आप ही मां के शरीर से पोषक तत्वों को निकालने लगता है. ऐसे मामलों में बच्चे को तो सारे पोषक तत्व दूध के माध्यम से मिल जाते हैं, लेकिन मां की तबियत बिगड़ सकती है. आइए जानते है ब्रेस्टफीडिंग करवाने वाली मां को कौन-कौन सी चीजों का परहेज करना चाहिए.
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान शराब का ना करें सेवन
यदि आप ब्रेस्टफीडिंग के दौरान शराब का सेवन करती हैं तो इससे आपके ब्रेस्टमिल्क का स्वाद बदल जाता है और आपका बच्चा उसे पीने से अवॉयड करने लगेगा. इसके अलावा एल्कोहल पीने से ब्रेस्टमिल्क का उत्पादन कम होने लगता है जो आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.क्योंकि कम से कम 6 महिने तक बच्चे को मां के दूध की जरूरत होती है.
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कैफीन का नहीं करें सेवन
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कैफीन लेने से ब्रेस्टमिल्क आपके बच्चे के पेट में जाने के बाद उन्हें परेशानी होने लगेगी.आपके बच्चे को पेशाब की समस्या भी हो सकती है साथ ही यह आपके बच्चे के लिए और भी कई समस्याओं का कारण बन सकता है.इसलिए ब्रेस्टफीडिंग के दौरान कैफीन लेने से बचें.
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ब्रेस्टफीडिंग के दौरान सप्लीमेंट्स ना लें
- कुछ जड़ी बूटियों से दूध का उत्पादन कम हो सकता है। स्पीयरमिंट, सेग उनमें से कुछ उदाहरण हैं. इसके अलावा, स्टार ऐनीज और वर्मवुड से बचे. अपने डॉक्टर से बात किए बिना किसी भी ओवर-द-काउंटर मेड लेने से बचना चाहिए.
- ब्रेस्टफीडिंग के दौरान बर्थकंट्रोल पिल्स लेने से दूध का उत्पादन होना रूक सकता है जो आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होता है.
- .ऐसे में आप किसी भी पिल्स को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. वह आपको इसका सही हल बता पाएंगें.
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इन सब्जियों को बोले बाय
- मूली और पत्तागोभी का सेवन ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को नहीं करना चाहिए. क्योंकि इससे गैस की समस्या होती है।
- इसके सेवन से शिशु को भी पाचन संबंधी समस्या उत्पन्न हो सकती है.
- मिर्च मसाला मिर्च, खीरा, दालचीनी और काली मिर्च को अधिकता में ना खाएं। इन्हें खाने से आपको गैस की परेशानी हो सकती है।
- पुदीना मां के दूध के उत्पादन को कम करता है इसलिए यदि कोई महिला स्तनपान करवा रही है तो खाने में पुदीने का प्रयोग अधिकता में ना करें।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एंटीबायोटिक का ना करें सेवन
- अगर आप ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एंटीबायोटिक दवाएं लेती है तो आपके शिशु का पेट खराब हो सकता है.
- मां द्वारा एंटीबायोटिक खाने पर बच्चे को दांतों के निकलने के दौरान दिक्कत होती है.
- स्तनपान कराने के दौरान एंटीबायोटिक लेने से निप्पलों में रैशेज और कटने की समस्या बढ़ जाती है.
- स्तनपान कराने के दौरान एंटीबायोटिक खाती है तो उसे पेट में दर्द की हल्की हरारत रहती है और इससे बच्चे के स्वभाव में चिड़चिड़ापन आ जाता है.
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