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chikungunya symptoms: चिकनगुनिया के लक्षण और रोकथाम के उपाय |

chikungunya symptoms: चिकनगुनिया के लक्षण और रोकथाम के उपाय |

chikungunya symptoms and treatment: चिकनगुनिया, वायरल इन्फैक्शन के कारण, मानसून के मौसम के दौरान आम तौर पर होने वाली कुछ बीमारियों में से एक है। यह बीमारी मनुष्यों में, चिकनगुनिया वायरस ले जाने वाले मच्छरों के काटने के कारण होती है!ऐडीस इजिप्ती और एडीस एल्बोपिक्टस मच्छर वे हैं जो वायरस लेकर आते हैं।

चिकनगुनिया ने लोगों के दिलों में डर बिठा दिया है और इसकी एक बहुत बड़ी वजह ये है कि लोगों को इस बीमारी के बारे में पूरी जानकारी ही नहीं है। लोगों को चिकनगुनिया के लक्षण (chikungunya symptoms) पता नहीं होते हैं। इसलिए आज हम इस लेख में चिकनगुनिया के लक्षण और रोकथाम के बारे में बता रहे हैं जिससे आप घर पर रहकर भी चिकनगुनिया का बेहतर इलाज कर सकते हैं। बुखार के बाद पैरों में दर्द, चिकनगुनिया के लक्षण (chikungunya symptoms),चिकनगुनिया का दर्द कैसे जाएगा,बुखार और बदन दर्द का इलाज आदि की जानकारी आपको यहां मिलेगी। 

चिकनगुनिया क्या है? (What is Chikungunya)

कई दिन से बुखार है… उठा नहीं जा रहा…पूरा शरीर दर्द हो रहा है…ज्यादातर दोस्त, रिश्तेदार आजकल ऐसे ही कहते मिलते हैं। ऑफिस में काम का बोझ भी इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि साथ काम करने वालों में से कई बीमार हैं। 

आज जैसे कोरोना महामारी बन चुकी है उसी तरह कुछ साल पहले चिकनगुनिया महामारी का रूप ले चुका था, और अब बदलते मौसम में जानकारी के अभाव में यह बीमारी लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। लोगों को ये पता ही नहीं है कि चिकनगुनिया का बेहतर इलाज घर पर भी हो सकता है। डॉक्टर की सलाह लेकर घर पर रहते हुए भी इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है। 

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चिकनगुनिया से कैसे बचें? (How to Prevent Chikungunya)

चिकनगुनिया (chikungunya fever) एक वायरल बीमारी है और चिकनगुनिया के लक्षण (chikungunya symptoms)डेंगू से बहुत मिलते-जुलते हैं। यह रोग एडिस प्रजाति के मच्छर के काटने से होता है। आमतौर पर ऐसी बीमारी होने पर चिकनगुनिया है या डेंगू या फिर आम फीवर है यह जानना मुश्किल होता है। इसलिए बुखार होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। आइए जानते हैं कि चिकनगुनिया क्यों होता है, चिकनगुनिया के लक्षण (chikungunya symptoms) क्या-क्या होते हैं और चिकनगुनिया के घरेलू उपचार क्या-क्या हैं।

चिकनगुनिया की सही पहचान करना सबसे जरूरी है।  (Need to know chikungunya symptoms)

चिकनगुनिया के लक्षण (chikungunya symptoms)

1. तेज बुखार

चिकनगुनिया के शुरुआती लक्षणों (chikungunya symptoms) में से एक है तेज बुखार होना। चिकनगुनिया में बुखार 102 डिग्री सेल्सियस से लेकर 104 डिग्री सेल्स‍ियस तक पहुंच जाता है। बुखार हफ्ते भर या दस दिनों तक भी बना रह सकता है।

2. जोड़ों में तेज दर्द

जोड़ों में तेज दर्द होना, इस बीमारी का एक प्रमुख लक्षण (chikungunya symptoms) है। जोड़ों में तेज दर्द होता है जिसकी वजह से हाथ-पैर का मूवमेंट करने में भी तकलीफ़ होती है। ये दर्द काफी दिनों तक बना रहता है। कुछ लोगों को जोड़ों में दर्द के साथ ही सूजन की शि‍कायत भी हो जाती है।

3. रैशेज़ या चकत्ते पड़ जाना

chikungunya symptoms: जरूरी नहीं है कि हर किसी के शरीर पर चकत्ते या रैशेज़ पड़ें ही लेकिन कुछ लोगों में ऐसे लक्षण भी नजर आते हैं। ये चकत्ते चेहरे पर, हथेली पर और जांघों पर नजर आते हैं।

4. अन्य लक्षण

तेज सिर दर्द, मांसपेशियों में खिंचाव और दर्द, चक्कर आना और उल्टी महसूस होना भी इस बीमारी के सामान्य लक्षण (chikungunya symptoms) हैं। अगर ये लक्षण नजर आ रहे हैं तो सबसे पहले किसी अच्छे लैब से ब्लड टेस्ट कराएं और सही जगह रिपोर्ट चेक कराएं। 

चिकनगुनिया कैसे फैलता है?

मकोंडे इलाक़े में स्वाहिली भाषा बोली जाती है जिसमें चिकनगुनिया का मतलब होता है-“अकड़े हुए आदमी की बीमारी।” जिस व्यक्ति के ख़ून के नमूने से चिकनगुनिया वायरस की पहचान हुई थी, वह हड्डी के दर्द से बुरी तरह अकड़ गया था।

एक ख़ास प्रजाति का मच्छर ही चिकनगुनिया फैलाता है जिसे एडिस एजेप्टी कहा जाता है,

एडिस एजिप्टी कई बार डेंगू और चिकनगुनिया दोनों के वायरस वाला होता है। लेकिन वैज्ञानिक ये नहीं जान पाए हैं कि उसके काटे किसी व्यक्ति को डेंगू तो किसी दूसरे व्यक्ति को चिकनगुनिया रोग क्यों होता है?

यही वो मच्छर है जो डेंगू और ज़ीका जैसी बीमारियाँ भी फैलाता है. मच्छर का नाम पड़ने की कहानी भी काफ़ी दिलचस्प है। ‘एडिस एजिप्टी’ ग्रीक नाम है जिसका मतलब होता है ‘बुरा मच्छर’, ये मच्छर काफ़ी बुरा है। आप चिकनगुनिया वाले मच्छर को बहुत ग़ौर से या मैग्निफ़ाइंग ग्लास से देखें तो उसके शरीर पर सफ़ेद धारियाँ होती हैं, जो उसकी ख़ास पहचान है।

मलेरिया फैलाने वाला मच्छर अलग प्रजाति का होता है जिसे एनोफिलिस कहते हैं, और सिर्फ़ मादा मच्छर के काटने से ही मलेरिया होता है, नर मच्छर के काटने से नहीं।

चिकनगुनिया उपचार (chikungunya treatment)

  1. पूरा शरीर ढकने वाले कपड़े पहनें।
  2. शरीर के खुले हिस्सों पर मच्छरनाशक क्रीम लगाएं।
  3. मुमकिन हो तो मच्छरदानी लगाकर सोएं।
  4. कमरे में मच्छर भगाने वाले स्प्रे, मैट्स, कॉइल्स आदि का प्रयोग करें।

क्या हैं चिकनगुनिया से बचाव और उपचार के तरीके:

चिकनगुनिया वायरस जनित बीमारी है और ये इंफेक्टेड Aedes मच्छरों के काटने से फैलता है। ऐसे में सबसे जरूरी है कि मच्छरों के काटने से बचकर रहें।

अस्पताल जाने की जरूरत नहीं, घर पर रहते हुए भी हो जाएंगे ठीक

आमतौर पर लोगों को लगता है कि चिकनगुनिया हो जाने पर अस्पताल जाना ही एकमात्र उपाय है। लेकिन ऐसा नहीं है। डॉक्टर के संपर्क में रहना जरूरी है लेकिन घर पर रहते हुए भी इस बीमारी से छुटकारा पाया जा सकता है। जरूरत है तो सिर्फ थोड़ी सावधानी और जानकारी की।

क्या करना चाहिए…

1. चिकनगुनिया की कोई स्पेसिफिक मेडिसीन उपलब्ध नहीं है। ऐसे में डॉक्टर की दी हुई दवा ही लें। खुद से इलाज करने से बचें और कोई भी दवा न खाएं। इस वायरस के लिए कोई वैक्सीन भी उपलब्ध नहीं है। घर बैठे दवाईयां ऑर्डर करें (Online medicine order)

2. घर पर रहें और जितना ज्यादा हो सके आराम करें। इस दौरान आराम करना सबसे ज्यादा जरूरी है।

3. चिकनगुनिया में अक्सर लोगों को डी-हाइड्रेशन की समस्या हो जाती है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। रसीले फलों का सेवन करना चाहिए। 

4. अगर आप किसी दूसरी बीमारी के लिए भी दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर को उसके बारे में जरूर बताएं। एक साथ दो तरह की दवाइयाँ लेना खतरनाक भी हो सकता है।

5. उन चीजों को ज्यादा से ज्यादा लें जिनसे विटामिन सी मिले। विटामिन सी इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने का काम करता है।

6. बहुत अधिक ऑयली और स्पाइसी खाने से परहेज करें।

7. नारियल पानी और सब्ज‍ियों का सूप जरूर लें। इस दौरान शरीर बहुत कमजोर हो जाता है, ऐसे में ये लिक्विड डाइट एनर्जी देने का काम करती है।

8. आइस पैक को तौलिए में लपेटकर जोड़ों पर रखें और हल्के हाथों से दबाएँ। इससे दर्द में फायदा होगा।

यूं तो सही देखरेख के साथ घर पर रहते हुए भी इस बीमारी से ठीक हुआ जा सकता है लेकिन बीमारी के दौरान डॉक्टर के संपर्क में जरूर रहें। अगर लगे की स्थिति संभलने के बजाय बिगड़ती ही जा रही है तो देर बिल्कुल न करें।

मच्छर को पैदा होने से ऐसे रोकें

कहीं भी खुले में पानी रुकने या जमा न होने दें। पानी को पूरी तरह ढककर रखें।

कूलर का इस्तेमाल बारिश के दिनों में बंद कर दें।

छत पर टूटे-फूटे डिब्बे, टायर, बर्तन, बोतलें आदि न रखें या उलटा करके रखें।

पानी की टंकी को अच्छी तरह बंद करके रखें।

किचन और बाथरूम के सिंक/वॉशबेसिन में भी पानी जमा न होने दें।

चिकनगुनिया का घरेलु उपचार 

चिकनगुनिया की दवा गिलोय (Chikungunya treatment with Giloy)

गिलोय का रस या गिलोय कैप्सूल चिकनगुनिया से बचने में मदद करता है यह चिकनगुनिया दवाओं में रामबाण औषधि है। आप एक दिन में एक ग्राम की खुराक ले सकते हैं। यह चिकनगुनिया के उपचार में मदद करता है।

पपीते की पत्तियां चिकनगुनिया की दवा (Chikungunya treatment with Papaya Leaves)

7 से 8 ताजे पपीते की पत्तियां लेकर उन्हें धो लें और उनका पेस्ट बना लें। फिर उस रस को निचोड़कर 2-2 चम्मच रस 3-3 घंटे बाद पिलाएँ। इस बुखार में शरीर के प्लेट्लेट्स तेजी से गिरते हैं और पपीते की पत्तियाँ प्लेट्लेट्स को बढ़ाते हैं।

नारियल पानी है चिकनगुनिया की दवा (CHIKUNGUNYA TREATMENT WITH Coconut Water)

कुछ दिनों के लिए दिन में दो से तीन बार नारियल पानी का सेवन करें। यह चिकनगुनिया के उपचार (Chikungunya Treatment) के दौरान बहुत ही फायदा दिलाता है।

चिकनगुनिया का दर्द कैसे जाएगा?

चिकनगुनिया होने के बाद जोड़ों में दर्द रह जाता है और मरीज इससे कई दिनों तक परेशान रहता है।

लहसुन का पेस्ट-

अगर आप भी चिकनगुनिया से होने वाले जोड़ों के दर्द से परेशान हैं तो लौंग के तेल या लहसुन के पेस्ट को मिर्च के साथ मिलाकर जोड़ों के दर्द पर लगाएं।ऐसा करने से आपको कुछ ही दिनों में फर्क दिखने लगेगा। साथ ही अगर आप अश्वगंधा का भी सेवन करें तो यह आपके जोड़ों के दर्द को ठीक कर सकता है। 

अंगुर- गाय के दूध के साथ अंगुर का सेवन करने से भी चिकनगुनिया से होने वाले जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।

एक्सरसाइज़ करें- अगर कई दिनों से आपका दर्द ठीक नहीं हो रहा है तो धीरे धीरे एक्सरसाइज करना शुरु कर दें। ऐसा नियमित रुप से करने से आपके जोड़ों का दर्द जल्द ठीक होने लगता है।

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डिस्क्लेमर-

इस ब्लाग में हमने आपको चिकनगुनिया के लक्षण (Symptoms of Chikungunya), चिकनगुनिया में होने वाले जोड़ों के दर्द से कैसे बचें? इसका घरेलु उपचार आदि के बारे में बताया है। उम्मीद है यह जानकारी आपके काम आएगी। चिकनगुनिया बुखार के गंभीर लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें। आप अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड करके भी घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श ले सकते हैं।

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