आँखों की कमजोरी के लक्षण | Symptoms of eye weakness
आजकल हम बहुत अधिक समय फोन, लैपटॉप या कंप्यूटर स्क्रीन पर बिताते हैं जिसका बुरा असर हमारी आँखों की रोशनी पर पड़ रहा है। आँखों की कमजोरी का सबसे बड़ा कारण हमारी बदलती जीवनशैली और खान-पान में बदलाव भी है।
चलिए आज हम इस लेख में आपको बताते हैं आँखों की रौशनी बढ़ाने के उपाय, आँखों की कमजोरी के लक्षण कौन-कौन से हैं?, और आँखों की रोशनी कम क्यों होती है?
आँखों की रोशनी कम होने के कारण (Causes of Weak Eye Sight)
उम्र बढ़ने के साथ हमारी आँखों में डिजनरेटिव (degenerative) बदलाव आने शुरू हो जाते हैं जिसके कारण धीरे-धीरे हमारी आँखों की दृष्टि कमजोर होने लगती है लेकिन, यदि भोजन में पोषक तत्वों की कमी हो और सही जीवनशैली का पालन किया जाए तो यह बदलाव समय से पहले आने लगते हैं साथ ही यदि उचित आहार और जीवनशैली का पालन किया जाए तो लंबे समय तक व्यक्ति की दृष्टि अच्छी बनी रहती है।
इसके अलावा भोजन में जरूरी पोषक तत्वों की कमी से आँखों की रोशनी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। विटामिन-सी, विटामिन-ए और विटामिन-ई, जिंक, ल्यूटिन, जियाजैक्थीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारी आँखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाते है। यदि लंबे समय तक आहार में इनकी कमी पाई जाए तो कमजोर रोशनी के अलावा आँखों से संबंधित डीजनरेटिव बीमारियों की भी आशंका बनी रहती है जैसे- कैटारैक्ट, उम्र संबंधित मैक्यूलर डिजेरेशन आदि।
- यह भी पढ़ें: आँखों की रोशनी के लिए क्या खाएं
आँखों की कमजोरी के लक्षण (Symptoms of Eye Weakness)
- कम दिखाई देना
- पढ़ते समय धुंधला दिखाई देना
- दूर की वस्तुएँ सही से नहीं देख पाना
- कम रोशनी तथा रात में धुंधला दिखाई देना।
- आँखों में दर्द होना।
- पढ़ते समय बार-बार सिरदर्द होना।
- ज्यादा तेज रोशनी में रंग-बिरंगे रोशनी दिखाई देना।
- आँखों में सूजन आना।
- आँखों से पानी निकलना।
- अंधेरे से एकदम रोशनी में जाने में देखने में परेशानी होना।
यहाँ आपको आँखों की कमजोरी के लक्षण बताए है अब आपको बताते है आप आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए क्या कर सकते है।
आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए क्या करें?
आँखों को नुकसान ना पहुँचे इसलिए हमें कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे-
- आँखों को दिन में दो बार ठंडे पानी से धोएं।
- पढ़ते समय रोशनी का ध्यान रखें। हल्की रोशनी में पढ़ने या लिखने से आँखों पर दबाव पड़ता है।
- धूल, प्रदूषण एवं तेज धूप से आँखों को बचाना चाहिए, तेज धूप में जाते समय अच्छे चश्में का प्रयोग करें क्योंकि सूर्य की पराबैंगनी किरणें (UV rays) आँखों को नुकसान पहुँचाकर समस्याएं पैदा करती है।
- बहुत देर तक लगातार पढ़ने या कम्प्यूटर पर काम करने के कारण आँखों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसलिए कुछ देर के अंतराल में आँखों को बंद करके दें।
- इसके अलावा आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए आँखों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए पोषक तत्वों से युक्त आहार लें जिसमें आवश्यक विटामिन्स और मिनरल्स हो।
- विटामिन सी, विटामिन ए और बीटा कैरोटिन से युक्त आहार का सेवन करें जैसे- गाजर, सभी खट्टे फल आदि। विटामिन-ए के लिए गेहूँ से बने उत्पाद तथा नट्स का सेवन करें।
- हरी पत्तेदार सब्जियाँ एवं दालों का सेवन करें।
- ओमेगा-3 फैटी एसिड का सेवन आँखों के लिए बहुत जरूरी है इसलिए अलसी के बीजों का सेवन करें।
- शकरकंद (Sweet potato) को अपने आहार में शामिल करें। यह बीटा कैरोटिन और विटामिन- ई का अच्छा स्रोत है।
- नट्स में अच्छी मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है जो आँखों को उम्र बढ़ने के साथ होने वाली डीजनरेटिव बीमारियों से बचाता है इसलिए नट्स का सेवन करें, जैसे: अखरोट, बादाम, पिस्ता, मूंगफली आदि। (यह भी पढ़ें: बादाम खाने के फायदे)
अभी आपने जाना – आँखों की कमजोरी के लक्षण और आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए क्या करें । अब जानते हैं आँखों की रोशनी बढ़ाने के उपाय के बारे में।
आँखों की रोशनी बढ़ाने के उपाय:
आमतौर पर आँखों की रोशनी बढ़ाने के लिए लोग सबसे पहले घरेलू नुस्खों को आजमाते हैं।
गाजर के जूस का सेवन करें:
गाजर का सेवन करने से आँखों की रोशनी बढ़ती है। इसमे भरपूर मात्रा में फाइबर होता है जो पोषक तत्वों की कमी पूरी करता है।नाश्ते में गाजर का जूस पीने से आँखों की रोशनी कमजोर नहीं होती।
गाजर में बीटा कैरोटीन होता है जो आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है। गाजर में विटामिन ए होने के कारण आँखों के रेटिना आसानी से काम करने में मदद करता है।
सरसों के तेल का इस्तेमाल करें:
रात में सोने से पहले सरसों के तेल से मालिश करें। रोजाना पाँच से दस मिनट तक कान के ऊपरी हिस्से पर मसाज करने से आँखों की रोशनी बढ़ती है।
रात में सोने से पहले सरसों के तेल से पैरों के तलवों की मसाज करें। इससे नींद अच्छी आती है और शरीर को आराम मिलेगा।
नहाने से पहले 10 मिनट अंगूठे को तेल में रखने से आँखों की रोशनी बढ़ेगी।
डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग किसी भी प्रकार से दवाई या डॉक्टर से लिया गया इलाज का विकल्प नहीं है । किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से www.aayu.app पर परामर्श लें ।