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कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग, और उपचार

कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग, और उपचार

कैल्शियम की कमी होने से आपको कई तरह की गंभीर समस्याएँ हो सकती है। क्योंकि कैल्शियम की कमी की शुरुआत तो सामान्य लक्षण से होती है इसलिए ज्यादातर लोग इनके लक्षणों को पहचान नहीं पाते है। तभी जब यह लक्षण गंभीर रूप लें लेते है तो हमें इलाज करवाना जरूरी हो जाता है। इसलिए जरूरी है आप अपने लक्षणों को गंभीर ना होने दें।

कैल्शियम की कमी होना क्या होता है?

कैल्शियम की कमी को हाइपोकाल्सेमिया (Hypocalcemia) के नाम से जाना जाता है, जो एक ऐसी स्थिति है जब खून में कैल्शियम का स्तर कम हो जाता है। इसका इलाज संभव है, लेकिन यदि यह लंबे समय तक बनी रहें तो इसका असर शरीर के अन्य अंगों जैसे दाँत, आँख, मस्तिष्क पर पड़ सकता है।

कैल्शियम की कमी के लक्षण:

किसी भी बीमारी के लक्षण होते है इसलिए अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखें तो आपको डॉक्टर द्वारा हेल्थ चेकअप करवा लेना चाहिए। जिससे आप कैल्शियम की कमी को बढ़ने से रोक सकते है।

  • उंगलियों में झनझनाहट होना: कैल्शियम की कमी का प्रमुख लक्षण उंगलियों में झनझनाहट होना है।
    ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
  • मांसपेशियों में ऐंठन होना: यदि लोगों को मांसपेशियों में ऐंठन होता है, तो उन्हें इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए क्योंकि यह कैल्शियम की कमी का लक्षण है।
  • थकावट महसूस होना: किसी काम या एक्टिविटी करने के बाद थकावट होना बहुत आम बात है, लेकिन अगर आपको थोड़ा-सा काम करने पर भी थकान होती है तो यह चिंताजनक बात है। यह शरीर में कैल्शियम की कमी का भी संकेत हो सकता है।
  • भूख ना लगना: कैल्शियम की कमी का एक लक्षण भूख ना लगना भी है।
  • नाखुन का कमज़ोर होना या निकलना: अगर आपके नाख़ून कमजोर है तो आपको कैल्शियम की कमी होने का खतरा ज्यादा है। ऐसे लोगों को अपने नाखुनों का ध्यान रखना चाहिए।
  • निगलने में कठिनाई होना: वैसे तो, निगलने में कठिनाई होने को गले में खराश या जुखाम मान लिया जाता है,लेकिन कई बार यह कैल्शियम की कमी का भी लक्षण हो सकता है। 

कैल्शियम की कमी के कारण (Causes of calcium deficiency in Hindi)

कैल्शियम की कमी के मुख्य कारण:

  • खून में प्रोटीन स्तर का कम होना: कैल्शियम की कमी का प्रमुख कारण खून में प्रोटीन स्तर का कम होना है। यह तब होता है, जब किसी व्यक्ति के शरीर में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं जा पाता।
  • अच्छी तरह से भोजन ना करना: आजकल हम हमारी जिंदगी में बहुत व्यस्थ रहते है जिस वजह से हम अच्छे से खाना नहीं खा पाते। जिससे कई तरह की बीमारियाँ हो सकती है। अत: अच्छी तरह से भोजन न करना भी कैल्शियम की कमी का कारण बन सकता है।
  • दवाइयों का साइड इफेक्ट्स हो जाना: कैल्शियम की कमी दवाइयों के साइड इफ़ेक्ट की वजह से भी हो सकती है। इसलिए डॉक्टर से संपर्क में रहें।
  • होर्मोन का असामान्य तरीके से बदलना: किसी इंसान में अगर हॉर्मोन आसामान्य तरीके से बदल रहें है तो उन्हें कैल्शियम की कमी का खतरा ज्यादा रहता है।
  • जेनेटिक कारण होना: कैल्शियम की कमी अगर आपके परिवार में पहले से किसी को हो रही है तो यह आपको भी हो सकती है।

कैल्शियम की कमी की पहचान: (calcium deficiency diagnosis in Hindi)

अगर आपको बीमारी की पहचान समय रहते हो जाती है तो इसका इलाज आसान रहता है। इसलिए समय रहते इस बीमारी की पहचान करना महत्वपूर्ण हो जाता है।

  • मेडिकल हिस्ट्री देखना: कैल्शियम की कमी की पहचान करने का सबसे आसान तरीका पेशेंट की मेडिकल हिस्ट्री देखना या उसकी अच्छी तरह से जाँच करना है।
  • ब्लड टेस्ट करना: कैल्शियम की कमी की पहचान ब्लड टेस्ट के द्वारा भी कर सकते है।
  • एल्युबिन टेस्ट करना: अक्सर, डॉक्टर कैल्शियम की कमी की पहचान एल्युबिन टेस्ट के द्वारा भी करते है। एल्युबिन मुख्य रूप से हड्डियों में मौजूद प्रोटीन है, जो कैल्शियम की संख्या को बताता है।
  • हड्डियों की जांच करना: कैल्शियम की कमी की पहचान हड्डियों की जाँच द्वारा भी की जा सकती है।
    हड्डियों की जाँच करके यह पता लगाया जाता है कि किसी व्यक्ति की हड्डियों की गुणवत्ता (बोन डेंसिटी) कितनी कम है।

कैल्शियम की कमी का इलाज कैसे करें (calcium deficiency treatments in Hindi)

आमतौर पर, कैल्शियम की कमी बहुत सारे लोगों में देखने को मिलती है, लेकिन अगर इसके इलाज के तरीके की जानकारी हो तो इससे निजात पा सकते है।

  • खानपान में बदलाव करना: कैल्शियम की कमी का इलाज करने का सबसे आसान तरीका खान-पान में बदलाव करना है। डॉक्टर कैल्शियम की कमी से पीड़ित लोगों को दही, चीज़ इत्यादि खाने की सलाह दी जाती हैं, जिससे उनके शरीर में कैल्शियम की कमी दूर की जा सकती है।
  • एक्सरसाइज करना: किसी भी दूसरी बीमारी की तरह कैल्शियम की कमी का इलाज भी एक्सरसाइज के द्वारा किया जा सकता है। कैल्शियम की कमी से पीड़ित लोगों को चलना, दौड़ना, जॉगिंग करना इत्यादि एक्सरसाइज करनी चाहिए ताकि उनके शरीर में कैल्शियम की कमी दूर की जा सकें।
  • कैल्शियम के सप्लीमेंट का सेवन करना: बाजार में कई सारे सप्लीमेंट्स मिलते है जो कैल्शियम की कमी को दूर करता है।
  • कैल्शियम के इंजेक्शन लगाना: कैल्शियम सप्लीमेंट का सेवन करने के साथ-साथ कैल्शियम की कमी को इंजेक्शनों के द्वारा भी दूर किया जा सकता है।
  • कैल्शियम की दवाई खाना: कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए डॉक्टर इससे पीड़ित लोगों को कैल्शियम की दवाई लेने की सलाह दी जाती है।

कैल्शियम की कमी से होने वाले रोग: (Diseases caused by calcium deficiency in Hindi)

कैल्शियम की कमी ऐसी बीमारियों में शामिल हैं, जिनकी वजह से कई सारी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं।

  • दाँतों की संरचना में बदलाव होना: कैल्शियम की कमी से होने वाला प्रमुख रोग या बीमारी दाँतों की संरचना में बदलाव होना है। इसकी वजह से दाँतों की कई अन्य समस्याएँ जैसे दाँतों में दर्द होना, मसूड़ों से खून आना इत्यादि हो सकते हैं।
  • मोतियाबिंद होना: अक्सर, कैल्शियम की कमी मोतियाबिंद का कारण बन सकती है। मोतियाबिंद का इलाज संभव है। लेकिन यदि लंबे समय तक इसका इलाज नहीं किया जाता तो इसकी वजह से आंखों की रोशनी जा सकती है।
  • मस्तिष्क में बदलाव होना: कैल्शियम की कमी के ऐसे मामले भी देखने को मिले हैं, जिनमें इसका असर लोगों के मस्तिष्क पर पड़ जाता है। लोगों को मस्तिष्क संबंधी काफी सारी समस्याएँ जैसे चीज़ों को भूलना, सिरदर्द होना इत्यादि का सामना करना पड़ता है।

कैल्शियम की कमी से बचाव: (Calcium deficiency precautions in Hindi)

आप कैल्शियम की कमी से बच सकते है।

  • हेल्थी डाइट अपनाना: कैल्शियम की कमी से बचाव का सबसे कारगर तरीका हेल्दी डाइट अपनाना है।
    इसलिए आपको दूध, हरी पत्तियाँ, सब्ज़ियाँ, दही इत्यादि का सेवन करना लाभदायक है।
  • एक्सरसाइज करना: यदि कोई व्यक्ति हर रोज़ एक्सरसाइज करवाता है, तो उसमें कैल्शियम की कमी होने की संभावना काफी कम हो जाती है।
  • पर्याप्त नींद लेना: सभी लोगों को 6 से 8 घंटे की नींद लेनी चाहिए। यह उनके शरीर में एनर्जी देने के साथ-साथ उन्हें सेहतमंद रखता है। इसलिए आपको पर्याप्त मात्रा में नींद लेनी चाहिए।
  • समय-समय पर हेल्थचेकअप कराना: सभी लोगों के लिए समय-समय पर हेल्थचेकअप करवाना काफी जरूरी होता है क्योंकि यह उन्हें इस बात के लिए जागरूक रखता है, कि उन्हें कोई बीमारी तो नहीं है।
    ऐसा कैल्शियम की कमी की स्थिति में देखने को मिलता है क्योंकि समय-समय पर हेल्थचेकअप करवाने पर लोग से इस बात को लेकर जागरूक होना चाहिए।

अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है।अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ  डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है।

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