Corona Brief news: कोरोना वायरस दवाओं की लिस्ट से बाहर Biocon, 101 साल की महिला ने जीती कोरोना से जंग
Biocon drug ‘Etrolizumab : कोरोना वायरस की दवाओं की लिस्ट से सरकार ने Biocon को मंजूरी देने से इनकार कर दिया है। जबकि करीब दो हफ्ते पहले, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इस दवा के मॉडरेट से गंभीर कोरोना मरीज़ों पर इस्तेमाल की अनुमति दे दी थी।
दूसरी और कोरोना महामारी के बीच एक अच्छी खबर आंध्रप्रदेश से सामने आई है जहां 101 साल की महिला ने कोरोना से जंग जीती है।
1.Biocon को लगा तगड़ा झटका हेल्थ मिनिस्ट्री ने लगाई रोक
इटोलीजुमैब पहली ऐसी बायोलॉजिक दवा थी, जिसे कोविड-19 के मरीजों के इलाज में प्रयोग की मंजूरी मिली थी। 25mg का इंजेक्शन ALZUMAb नाम से लॉन्च हुआ था।
लेकिन अब कोरोना वायरस के इलाज के लिए बायोकॉन (Biocon) की दवा इटोलीजुमैब (Itolizumab) को केंद्र सरकार ने मंजूरी नहीं दी है। कोविड-19 मरीज़ों के लिए बने नेशनल ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल में इटोलीजुमैब शामिल नहीं है।
मालूम हो, करीब दो हफ्ते पहले, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इस दवा के मॉडरेट से गंभीर कोरोना मरीजों पर इस्तेमाल की अनुमति दे दी थी। अब स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस दवा के पक्ष में ‘बहुत कम सबूत’ होने का हवाला दिया है.
2.आंध्र प्रदेश में 101 साल की महिला ने कोरोना से जीती जंग
आज जब दुनिया घरों में कैद है और कोरोना महामारी से डरी हुई है, ऐसे में आप सबके लिए एक अच्छी खबर है। आंध्र प्रदेश में 101 वर्षीय एक बुजुर्ग महिला ने COVID-19 से जंग जीती है।
उनके डॉक्टर का कहना है कि उनकी इच्छाशक्ति इस बीमारी से लड़ने में उनकी ताकत बनी। यह बुजुर्ग महिला अब दूसरे कोरोना संक्रमित मरीज़ों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई हैं। वह ऐसे समय में ठीक हुई हैं जब राज्य में कोरोनो वायरस के मामलों और मौतों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है।
3.कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक मरीज़ ठीक हुए
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोविड-19 से पीड़ित 36,145 लोग ठीक हो चुके हैं। यह अब तक की एक दिन में ठीक होने वाले मरीज़ों की सबसे अधिक संख्या है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने रविवार को बताया कि ठीक होने वाले लोगों की दर बढ़कर 63.92 फीसदी हो गई है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि कोविड-19 के कारण मरने वालों की दर भी गिरकर 2.31 फीसदी रह गई है।
4.कोरोना का कैमोफ्लेज: एंटीवायरल दवाइयाँ बनाने में मिलेगी मदद
कोरोना का कैमोफ्लेज, वायरस शरीर के इम्यून सिस्टम को चकमा देकर संक्रमण फैलाने की कोशिश कर रहा है, इस बिहेवियर की समझ से एंटीवायरल दवाइयाँ बनाने में मदद मिलेगी। ताकि रोगों से लड़ने वाला सिस्टम उसे पहचान न सके।
कोरोनावायरस एक मॉलिक्यूल की मदद से अपने जेनेटिक सीक्वेंस को उस रूप में ढाल लेता है जिससे यह पीड़ित के जेनेटिक सीक्वेंस का हिस्सा लगने लगता है।
अमेरिका के टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर के शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में दावा किया है कि वायरस के उस एंजाइम का 3डी स्ट्रक्चर खोजा है जिससे कोरोना शरीर में अपनी संख्या को बढ़ाता है। यह दावा अमेरिका के टेक्सास हेल्थ साइंस सेंटर के शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में किया है।
नेचर कम्युनिकेशंस जर्नल में प्रकाशित शोध के मुताबिक, मॉलिक्यूल एनएसपी10 वायरस के एम-आरएनए को पीड़ित व्यक्ति की कोशिका के एम-आरएनए जैसे रूप में ढाल देता है। ऐसा होने पर वायरस संक्रमित के इम्यून सिस्टम की पकड़ में आने से बच जाता है।
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