सीताफल का प्रेगनेंसी में फायदे
सीताफल (शरीफ़ा) एक फल है, जिसे अंग्रेजी में Custard apple कहा जाता है। इस फल के कई स्वास्थ्य लाभ है। गर्भवती महिलाओं के लिए यह बहुत फायदेमंद साबित होता है। इससे माँ और बच्चे पर इसका अनुकूल प्रभाव पड़ता है। आइये जानते है सीताफल का प्रेगनेंसी में फायदे।
गर्भावस्था के दौरान सीताफल खाने के फायदे (Benefits of eating custurd apple during pregnancy):
मॉर्निंग सिकनेस की समस्या कम करें: सीताफल में मौजूद विटामिन बी-6 गर्भावस्था के दौरान उल्टी और मॉर्निंग सिकनेस को दूर करने में मदद करती है।
अब आप सोच रहें होंगे मॉर्निंग सिकनेस क्या है तो आइये बताते है ज्यादातर गर्भवती महिलाऐं सुबह के समय ही किसी बीमारी से पीड़ित होती हैं, यह पहले तीन-महीने की गर्भवती स्री के लिए आम है। कुछ महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान होने वाली उल्टी का असर गर्भावस्था की पूरी अवधि में रहता है, जब तक प्रसव नहीं हो जाता। इसके लिए डॉक्टर के उपचार की जरूरत नहीं होती।
एनीमिया से बचाव करें: सीताफल में कैलोरी और नेचुरल शुगर की मात्रा अधिक होती है जो शरीर में खून की कमी को दूर करती है और वजन बढ़ाने में मदद करती है। यह एनीमिया जैसी समस्याओं को रोकने में मदद करती है।
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखें: गर्भावस्था के दौरान अक्सर ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव होता रहता है। सीताफल में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम की मात्रा ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करती है।
कब्ज से राहत दिलाएं: सीताफल में अधिक मात्रा में फाइबर होता है जो कब्ज का उपचार करने और मल को नर्म करने में मदद करता है जिससे मल त्याग सही से हो पाता है।
तनाव कम करें: सीताफल में मैग्नीशियम होता है जो मांसपेशियों को आराम दिलाता है और हृदय प्रणाली (Cardiovascular System) को नियंत्रित करता है। इससे तनाव कम होता है और हृदय ठीक तरह से काम करता है।
गर्भ में पल रहें शिशु के विकास में मदद करें: इसमें मौजूद न्यूट्रिशन बच्चे की त्वचा, ब्लड सेल और हड्डियों और मांसपेशियों के विकास में मदद करता है।
शरीर में टोक्सिन को नष्ट करें: सीताफल में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थों को साफ करते हैं। यह किडनी को ठीक रखने में मदद करता है। यह ऑक्सीडेंट इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करते हैं।
गर्भपात की संभावना रोकें: गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए कॉपर एक महत्वपूर्ण तत्व है। यह गर्भपात की समस्या को कम करने में मदद करता है। सीताफल से गर्भवती महिलाओं को सारे आवश्यक मिनरल मिलते है जो उसे और उसके बच्चे को सुरक्षित रखते हैं।
दाँतों की समस्याएं दूर करें: सीताफल में फाइबर की मौजूदगी दाँतों में चमक बनाएं रखने में मदद करती है। यह मसूड़ों को ठीक रखती है और मुँह के दुर्गंध को कम करने में मदद करती है।
लेबर पेन कम करें: सीताफल खाने से लेबर पेन को ठीक होने या कम करने में मदद मिल सकती है।
समय से पहले होने वाले लेबर पेन कम करें: गर्भवती महिलाओं के लिए कॉपर मिनरल आवश्यक होती है। गर्भ में पल रहे बच्चे को सुरक्षित रखने के लिए कॉपर आवश्यक है। सीताफल खाने से शरीर में कॉपर की आवश्यकता पूरी होती है। यह गर्भपात की संभावना और समय से पहले प्रसव को कम करने में मदद करती है।
गर्भवती महिलाऐं सीताफल कब ना खाएं (When not to eat Custurd Apple during pregnancy):
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को सीताफल खाने से कुछ समस्याऐं हो सकती है।
- इसके बीज पाचन तंत्र में समस्या उत्पन्न कर सकते है।
- अगर आपको ठंडे खाद्य पदार्थों से एलर्जी है, तो फल बिलकुल ना खाएं।
- सीताफल में चीनी अधिक मात्रा में होती है इसलिए जिन्हें गर्भावस्था में डायबिटीज की समस्या है उन्हें फल नहीं खाना चाहिए।
- जिन महिलाओं का वजन ज्यादा होता है उन्हें भी यह फल नहीं खाना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड कर घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टरों से परामर्श करें। स्वास्थ संबंधी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके भी अपनी समस्या दर्ज करा सकते हैं। आयु ऐप हमेशा आपके बेहतर स्वास्थ के लिए कार्यरत है।