थायराइड में मुलेठी के फायदे | Daily Health Tip | Aayu App
“काली मिर्च पाउडर को मुलेठी पाउडर के साथ सेवन करने से सूखी खांसी से जल्द ही राहत मिलती है। मुलेठी को गर्म पानी में उबालकर पीने से गले में खराश, दर्द, जलन आदि की समस्या से भी निजात मिलेगा। “
” Consume a mixture of Black pepper powder and licorice powder to get relief from dry cough. Drinking Licorice powder mixed in lukewarm water helps relieve sore throat. “
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मुलेठी स्वाद में मीठी होने के साथ-साथ कई औषधीय गुणों से भरपूर होती है। इसके सेवन से ना सिर्फ खांसी में आराम मिलता है बल्कि इसके कई और फायदे भी है जैसे कि आँखों के रोग, मुँह के रोग, गले के रोग, दमा, दिल के रोग, घाव के उपचार के लिए काफी समय से इस्तेमाल किया जा रहा है। आइए जानते हैं मुलेठी के फायदे। (यह भी पढ़ें: ग्लूकोमा से बचाव)
मुलेठी के फायदे:
आइये जानते है मुलेठी के फायदे:
अगर आप सूखी खाँसी या गले की समस्या से परेशान हैं, तो मुलेठी आपके लिए अच्छी रहेगी। काली मिर्च के साथ पीसकर मुलेठी का सेवन, सूखी खांसी में लाभकारी होने के साथ-साथ मुलेठी को चूसने या उबालकर सेवन करने से गले की खराश, दर्द आदि में भी लाभ मिलता है।
मुलेठी चेहरे की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करती है। इसे घिसकर लगाने पर चेहरे के दाग और मुँहासे ठीक हो जाते हैं, साथ ही यह आपकी त्वचा को जवां बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मुलेठी रक्त को भी शुद्ध करती है जिससे त्वचा की समस्याएँ नहीं होती।
दूध के साथ मुलेठी का सेवन शरीर की ताकत में वृद्धि करता है। इसके अलावा घी व शहद के साथ मुलेठी का प्रयोग करने से हृदय से संबंधित समस्याएँ नहीं होती।
मुँह में छाले हो जाने की स्थिति में मुलेठी चूसना, मुलेठी के पानी से कुल्ला करना और उसे पीना बहुत जल्दी छालों से राहत देता है साथ ही मुलेठी आवाज को मधुर और सुरीली बनाने के लिए भी उपयोग की जाती है।
मुलेठी के फायदे पेट के अल्सर में ठंडक देने में किया जाता है। आंत की टीबी होने की स्थिति में भी मुलेठी फायदेमंद है।
त्वचा या शरीर में जल जाने पर भी मुलेठी के चूर्ण और मक्खन का लेप एक कारगर उपाय है, साथ ही यह आँखों की रोशनी में भी वृद्धि करती है।
मुलेठी और आंवले को पीसकर पानी में मिलाकर या उसके काढ़े से नहाने से या आँखों को धोने से पित्त कम होता है और आँखों के सफ़ेद धब्बों में भी मुलेठी से लाभ मिलता है।
3-3 ग्राम मुलेठी और शुण्ठी में छह छोटी इलायची और 25 ग्राम मिश्री मिलाकर इसका काढ़ा बनाएँ। इस काढ़े की 1-2 बूँद नाक में डालने से नाक के रोग ठीक होते हैं।
कभी कभी गले में संक्रमण की वजह से गला बैठ जाता है और ऐसी हालत में आवाज भारी हो जाती है या आवाज नहीं निकलती। मुलेठी को मुँह में लेकर चूसते रहने से गला बैठने की समस्या में आराम मिलता है। मुलेठी चूसने से गले के कई अन्य रोगों में भी जल्दी फायदा होता है।
3-5 ग्राम मुलेठी और इतनी ही मात्रा में कुटकी चूर्ण मिलाएँ। इस मिश्रण को 15-20 ग्राम मिश्री मिले हुए पानी के साथ रोजाना पिएँ। इसके सेवन से दिल से जुड़ी बीमारियों में राहत मिलती है। पित्त दोष से होने वाले ह्रदय रोगों के लिए गंभारी, मुलेठी, शहद, शक्कर और कूट को मिलकार चूर्ण बना लें और इस चूर्ण से उल्टी करवाएँ।
पेट का अल्सर एक गंभीर समस्या है और इसका इलाज करवाना भी बहुत ज़रुरी है। मुलेठी को घरेलू उपायों के रुप में इस्तेमाल करके भी आप पेट के अल्सर को ठीक कर सकते हैं। इसके लिए एक चम्मच मुलेठी चूर्ण (licorice powder in Hindi) या मुलेठी पाउडर को एक कप दूध के साथ दिन में 3 बार सेवन करें। पेट में अल्सर होने पर मिर्च मसालों और तीखी चीजों से परहेज कर सकते है।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा आयु ऐप (AAYU App) पर डॉक्टर से संपर्क करें.
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