सौफ के फायदे और नुकसान | Daily Health Tip | 08 July 2020 | AAYU App
“पाचन से संबंधित समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप सौंफ का सेवन कर सकते है। इसमें एन्टीस्पैस्मोडिक होता है जो कि पेट और आंत में ऐंठन दूर करने में मदद करता है। “
“Fennel seeds help in getting rid of digestion related problems. It contains antispasmodic which helps to relieve spasms in the stomach and intestines. “
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सौंफ का उपयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में किया जाता है। इसके अलावा, भारतीय रसोई में सौंफ का उपयोग मसाले के रूप में किया जाता है।
सौफ के फायदे:
पाचन में सौफ है फायदेमंद:
सौंफ का उपयोग पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। इसके एंटीस्पास्मोडिक (पेट और आंत में ऐंठन दूर करने वाली दवाई) और कार्मिनेटिव (एक तरह की दवा, जो पेट फूलने या गैस बनने से रोकती है) गुण इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी पेट की गंभीर समस्याओं से छुटकारा दिलाने में काफी कारगर होते है।
आँखों की रौशनी के लिए सौफ है फ़ायदेमंद:
आंखों की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सौंफ कारगर साबित हो सकती है। अगर आपकी आंखों में जलन या फिर खुजली हो रही है, तो आपको सौंफ की भाप आंखों पर लेने से राहत मिल सकती है। इसके लिए आप सौंफ को सूती कपड़े में लपेटकर हल्का गर्म करके आंखों को सेकें। यह ज़्यादा गर्म ना हो।
आंखों की रोशनी बढ़ाने में विटामिन-ए और विटामिन-सी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। सौंंफ में विटामिन-ए पाया जाता है। इस प्रकार सौंफ के सेवन से बढ़ती उम्र में आपकी आंखों की रोशनी प्रभावित होने से बच सकती है।
वजन कम करने में मददगार:
फाइबर से भरपूर सौंफ बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में लाभदायक है। यह ना सिर्फ वजन कम करने में सहायक होती है, बल्कि शरीर में अतिरिक्त फैट को बनने से रोकती है।
अस्थमा और अन्य श्वास संबंधी समस्याओं में मददगार:
सौंफ को सदियों से श्वास संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए उपयोग किया जाता है। यह ब्रोनिकल मार्ग को साफ कर श्वास क्रिया को दुरुस्त रखती है। फेफड़ों की सेहत के लिए सौंफ बहुत लाभदायक है। इसके अतिरिक्त, सौंफ में पाए जाने वाले पाइथोन्यूट्रिएंट्स अस्थमा के लिए फायदेमंद है।
साँसों की दुर्गन्ध दूर करें:
सौंफ का उपयोग सांसों की ताजगी बनाए रखने के लिए किया जाता है। सौंफ के कुछ दानों को चबाने से आपकी सांसों की दुर्गंध दूर हो जाती है। सौंफ चबाने से मुंह में लार अधिक मात्रा में बनती है, जो बैक्टीरिया को दूर करने में मददगार साबित होती है। इसके अतिरिक्त सौंफ मुंह के संक्रमणों से भी बचाती है।
कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मददगार: सौंफ में फाइबर प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में लाभदायक होता है। फाइबर, कोलेस्ट्रॉल को खून में घुलने से रोकता है और दिल की बीमारियों से भी बचाव करता है।
कफ से निजात दिलाएं: सर्दी में कफ की समस्या आम हो जाती है और आमतौर पर छोटे बच्चों को इससे परेशानी होती है। सौंफ में एंटिबैक्टीरियल गुण होते है, जो कफ जैसी छोटी-मोटी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद करता है।
मस्तिष्क के लिए फायदेमंद:
सेहतमंद शरीर के लिए मस्तिष्क का चुस्त-दुरुस्त होना आवश्यक है और इसमें सौंफ की बड़ी भूमिका होती है। सौंफ में विटामिन-ई और विटामिन-सी पाए जाते है। विटामिन-सी ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, जिससे बढ़ती उम्र में मस्तिष्क की समस्याएं काफी हद तक कम हो सकती है। विटामिन-ई एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस से कोशिकाओं को क्षति पहुंचने से रोकता है।
कब्ज से राहत दिलाएं:
अनियमित दिनचर्या और खान-पान के कारण कब्ज की समस्या आम बात हो जाती है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर सौंफ आपके कब्ज की समस्या को कम करने में मदद करता है। सौंफ का काढ़ा बनाकर पीने से बहुत हद तक कब्ज से छुटकारा मिलता है।
स्तनपान के लिए लाभदायक:
स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सौंफ लाभकारी है। इसमें एथनॉल नामक तत्व पाया जाता है, जो फाइटोएस्ट्रोजन है और महिलाओं में दूध बनने की क्षमता को बढ़ाता है। इसके अतिरिक्त, स्तन की सूजन कम करने में सौंफ सहायक होती है।
ध्यान रखने वाली बात: स्तनपान कराने वाली महिलाऐं सौफ का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
रक्तचाप नियंत्रित करने में मददगार:
सौफ में मौजूद पोटैशियम खून में सोडियम की मात्रा को नियंत्रित करता है और इसके दुष्प्रभाव से बचाता है। इसके अलावा, सौंफ में नाइट्रेट की मात्रा भी होती है, जो बल्ड प्रेशर को कम करता है साथ ही इसमें मैग्नीशियम भी अत्यधिक मात्रा में पाई जाती है, जो महिलाओं में हाई बल्ड प्रेशर के खतरे को कम करता है।
अच्छी नींद में फायदेमंद:
सौंफ अच्छी नींद लेने में मदद करती है। सौंफ में मैग्नीशियम पाया जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह अच्छी नींद लेने में मदद करता है साथ ही मैग्नीशियम अनिद्रा दूर भगाने में भी मददगार होता है।
मासिक धर्म की समस्याओं से राहत दिलाए:
मासिक धर्म की शुरुआत से पहले महिलाओं को तमाम छोटी-मोटी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पेट में दर्द और मरोड़ आदि जैसे लक्षण मासिक धर्म के शुरू होने से पहले सामने आते है। मासिक धर्म की समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सौंफ कुछ हद तक लाभकारी है। लेकिन यह बात ध्यान रखें कि इसका लाभ सभी को नहीं मिलता। इसका लाभ मिलना इंसान के शरीर पर निर्भर करता है।
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सौफ लीवर के लिए फायदेमंद:
लिवर की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी सौंफ का इस्तेमाल किया जा सकता है। सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट और अन्य मिनरल्स पाए जाते है, जो लीवर को सेहतमंद बनाए रखने में मददगार साबित होते है। सौंफ में सेलेनियम की मात्रा पाई जाती है, जो लीवर की क्षमता को बढ़ाता है और शरीर से हानिकारक तत्वों को निकालने में सहायक होता है।
सौफ का उपयोग:
- सौंफ का उपयोग चाय के रूप में किया जा सकता है। सौंफ की चाय पीने से मोटापे को कम किया जा सकता है।
- खाने के बाद सौंफ का सेवन पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए कर सकते है। सिर्फ पाचन ही नहीं, बल्कि यह खून भी साफ रखता है।
- माउथ फ्रेशनर के रूप में आप सौंफ का उपयोग कर सकते है। यह सांसों की दुर्गंध से छुटकारा दिला सकती है।
- भूनी हुई सौंफ को मिश्री के साथ खाया जाए, तो खांसी से राहत और आवाज की मधुरता बढ़ाई जा सकती है। साथ ही याददाश्त भी तेज होती है।
सौफ के नुकसान:
- स्तनपान करवा रही महिलाओं को सौंफ का अत्यधिक उपयोग करने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इससे शिशु की सेहत पर असर पड़ता है।
- अत्यधिक सौंफ खाने से स्किन की संवेदनशीलता बढ़ती है और धूप में निकलना काफी मुश्किल हो सकता है।
- अगर आप किसी प्रकार की दवाइयों का सेवन करते है, तो आपको सौंंफ का अधिक सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
- सौंफ का अधिक सेवन एलर्जी का कारण बन सकता है।
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। यह किसी भी तरह से किसी दवा या इलाज का विकल्प नहीं हो सकता। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा आयु ऐप (AAYU App) पर डॉक्टर से संपर्क करें.
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