एलडीएल (LDL) कोलेस्ट्रॉल और एचडीएल (HDL) कोलेस्ट्रॉल सुधारने के 3 आसान तरीके
“अगर शरीर में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल का स्तर सही हो तो हृदय संबंधी बीमारियां होने का खतरा कम रहता है। “
“A healthy level of HDL cholesterol can reduce the risk of cardiovascular diseases.”
Health Tip for Aayu App
आपके शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल पाए जाते है एक एचडीएल और एक एलडीएल। सबसे पहले जानते है एच डी एल क्या है?, एच डी एल कितना होना चाहिए?, एलडीएल कम करने के उपाय।
एच डी एल कोलेस्ट्रॉल क्या है?
आपके शरीर को एचडीएल या हाई-डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन की जरूरत होती है, जिसे अच्छा कोलेस्ट्रॉल भी कहते है। एचडीएल आपकी धमनियों (Arteries) से अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल, खासतौर पर दिल की धमनियों (Arteries) को बंद करने वाले लो-डेंसिटी वाले लिपोप्रोटीन को उठाता है और उन्हें आपके लीवर तक पहुँचाता है। लिवर इस कोलेस्ट्रॉल को तोड़ता है और इसे आपके शरीर से बाहर निकालता है।
एच डी एल कोलेस्ट्रॉल कितना होना चाहिए?
एचडीएल कोलेस्ट्रॉल कितना रखें?
बॉडी में टोटल कोलेस्ट्रॉल का लेवल 200 mg/dl से कम होना चाहिए। एलडीएल 100 mg/dl से कम, एचडीएल 60 mg/dl से ज्यादा और ट्राइग्लिसराइड 150 mg/dl से कम होना चाहिए।
अगर आपके शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाती है तो इसके कई सारे कारण होते है। आइये जानते है इसके बढ़ने के कारण क्या-क्या है?
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण:
आहार: अगर आप ऐसे आहार का सेवन करें जिसमें सैचुरेटेड फैट की मात्रा अधिक हो तो खून में एलडीएल या बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ जाती है। मीट, डेयरी उत्पाद, अंडा, नारियल तेल, पाम ऑइल, मक्खन, चॉकलेट, बहुत ज्यादा तली-भुनी चीजें, प्रोसेस्ड फूड और बेकरी उत्पाद इसी श्रेणी में आते हैं। इसके अलावा ट्रांसफैट में तले गए उत्पादों का अधिक सेवन करने से बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा खून में बढ़ जाती है।
गतिहीन या असक्रिय जीवनशैली: अगर कोई व्यक्ति अपने रोजाना की जीवनशैली में किसी तरह की शारीरिक गतिविधि ना करे, हर वक्त बैठा रहे तो इससे खून में भी एलडीएल की मात्रा बढ़ जाती है और एचडीएल का सुरक्षात्मक प्रभाव कम होने लगता है। इसके अलावा मोटापे की समस्या भी खून में फैट के सर्कुलेशन को बाधित करती है।
धूम्रपान करना: अगर कोई व्यक्ति लंबे समय तक धूम्रपान करता है तो उसकी रक्त धमनियां (Arteries) कठोर होने लगती हैं, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है, हृदय में ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ने लगती है और इस कारण फैट मेटाबॉलिज्म से जुड़ी एक बीमारी हो सकती है जिसमें खून में एचडीएल का लेवल घटने लगता है। यह सारे कारण मिलकर हृदय और धमनियों से जुड़ी बीमारी का कारण बनते हैं।
कई तरह की बीमारियां होना: पीसीओएस, हाइपोथायरायडिज्म, डायबिटीज, किडनी डिजीज, एचआईवी और ऑटोइम्यून बीमारियां जैसे – आर्थराइटिस, सोरायसिस आदि की वजह से इसका लेवल बढ़ सकता है। (यह भी पढ़ें: पीसीओएस के लक्षण)
एचडीएल कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय:
जीवनशैली में जरूरी बदलाव करके और कुछ टिप्स को अपनाकर आप हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या को ना सिर्फ कम कर सकते हैं, बल्कि होने से रोक भी सकते हैं।
इन चीजों का सेवन ना करें: खून में इसके लेवल को बढ़ने से रोकने में सबसे अहम भूमिका आपके भोजन की होती है। अपने भोजन में सैचुरेटेड फैट से भरपूर चीजों का बहुत अधिक सेवन ना करें। मीट, अंडा, प्रोसेस्ड फूड, तली भुनी चीजें, डेयरी प्रॉडक्ट्स आदि चीजें बहुत ज्यादा ना खाएं।
ये चीजें ज्यादा खाएं: डाइट से जुड़ी आदतों में बदलाव करें। फुल फैट क्रीम वाले दूध की जगह लो-फैट या स्किम्ड मिल्क का इस्तेमाल करें, खाना पकाने के लिए वेजिटेबल ऑइल का इस्तेमाल करें। अपने भोजन में साबुत अनाज, मछली, नट्स, फल और सब्जियाँ और चिकन आदि को शामिल करें। फाइबर से भरपूर चीजें खाएं और बहुत ज्यादा चीनी वाले खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थों का सेवन ना करें।
दिनभर सक्रियता बनाए रखें: अगर आप दिनभर किसी तरह की शारीरिक गतिविधि ना करें तो इससे आपके खून में एचडीएल की मात्रा कम होने लगती है। हफ्ते में 3 से 4 बार 45 मिनट के लिए ऐरोबिक एक्सरसाइज करें। इससे बैड को कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है। इसके अलावा वॉक करें, रनिंग करें, जॉगिंग करें, स्विमिंग और डांसिंग आदि भी आपको सक्रिय बनाए रखने और इस लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते है।
शरीर का सही वजन बनाकर रखें: अगर आपका वजन अधिक है या आप मोटापे का शिकार हैं तो इससे भी बैड या एलडीएल का लेवल बढ़ने लगता है और गुड या एचडीएल कम होने लगता है।
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डिस्क्लेमर: यह ब्लॉग किसी भी प्रकार से दवाई या डॉक्टर से लिया गया इलाज का विकल्प नहीं है। किसी भी समस्या के लिए डॉक्टर से www.aayu.app पर परामर्श लें ।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
(A) शरीर में कोलेस्ट्रॉल क्यों बढ़ता है?
शरीर में एचडीएल अधिक होने पर हृदय संबंधी बीमारियां होने का खतरा कम रहता है। इस लिपोप्रोटीन में प्रोटीन की तुलना में फैट की मात्रा अधिक होती है और इसलिए इसे बैड या एलडीएल के रूप में जानते है। अगर शरीर में एलडीएल का स्तर अधिक हो जाए तो हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है।
(B) कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम करें?
ड्राई फ्रूट्स बादाम, अखरोट और पिस्ते में पाया जाने वाला फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन्स एलडीएल को घटाने और एचडीएल को बढाने में सहायक होते हैं।
(C) कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का लक्षण क्या है?
सीने में दर्द होना: अगर किसी व्यक्ति को हाई कोलेस्ट्रॉल है, तो उसे सीने में दर्द हो सकता है।
ब्लड फ्लो का कम होना: कई बार हाई कोलेस्ट्रॉल शरीर में ब्लड फ्लो के कम होने का कारण बनता है।
(D) कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से क्या नुकसान होता है?
एचडीएल धमनियों में जमा होकर उन्हें संकरा कर देता है। इससे रक्तसंचार ठीक से नहीं हो पाता, जो हार्ट अटैक का कारण बनता है। इससे मस्तिष्क की कार्यक्षमता पर असर पड़ता है और ब्रेन स्ट्रोक, तनाव आदि की आशंकाएं बढ़ जाती हैं।
(E) क्या गुड़ खाने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है?
गुड़ हमारे शरीर की पाचन शक्ति में वृद्धि कर शरीर में एलडीएल को खत्म कर देता है साथ ही शरीर की धमनियों में रक्त संचार को सही कर तन-मन को स्वस्थ रखता है।