Diwali 2020: दिवाली पर अस्थमा, दिल के रोगी और गर्भवती महिलाएं अपनाएं ये सावधानियाँ
Diwali 2020: दिवाली जैसे कई बड़े मौकों जैसे क्रिसमस, ईद और न्यू ईयर पर हर साल पटाखे चलाए जाते है। जिससे धुआँ होता है, जिन लोगों को खांसी, साँस लेने में दिक्कत या गले के संक्रमण जैसी समस्याएं पैदा होती है
जिससे अस्थमा से परेशान लोगों को काफी परेशानियाँ हो सकती है। यहाँ यह भी जानेंगे कि गर्भवती महिलाओं को इस दौरान कौन-कौन सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए।
1. दिवाली पर अस्थमा के मरीज कैसे रखें ध्यान ?
अस्थमा (Asthma), सीओपीडी (COPD) या एलर्जी से पीड़ित मरीजों (Asthma patients) की समस्या इन दिनों बढ़ती है। पटाखों में मौजूद छोटे कण से सेहत पर बुरा असर पड़ता है, जिसका असर फेफड़ों पर भी पड़ता है।
पटाखों के धुएं की वजह से अस्थमा या दमा का अटैक आ सकता है। हानिकारक विषाक्त कणों के फेफड़ों में पहुँचने से ऐसा हो सकता है, जिससे व्यक्ति की जान को भी खतरा हो सकता है। इसलिए जिन लोगों को सांस की समस्याएं हो सकती है, उन्हें प्रदूषित हवा से खुदको बचाना चाहिए।
” पटाखों से निकलने वाले धुएं से गर्भपात की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए दिवाली के समय गर्भवती महिलाएं घर के अंदर ही रहें। “
” Smoke produces by firecrackers increases the risk of miscarriages. Therefore, pregnant women should stay inside the home during Diwali. “
Health Tip for Aayu App
2. हार्ट अटैक और स्ट्रोक से ऐसे बचें।
- प्रदूषण के चलते हार्टअटैक और स्ट्रोक (Heart attack or Stroke in Diwali) का खतरा पैदा हो सकता है। पटाखों में मौजूद लैड (Lead) सेहत के लिए खतरनाक हैं, जिसके कारण हार्टअटैक (Heart attack) और स्ट्रोक (Stroke) होने की संभावना बढ़ जाती है।
- इस खतरे से बचने के लिए इको फ्रैंडली दिवाली (Eco-friendly diwali 2020) मनाएं अपना और परिवार के साथ-साथ पर्यावरण का भी ख्याल रखें। पटाखे चलाने से बचें।
3. दिवाली पर गर्भवती महिलाएं अपनाएं ये सावधानियाँ-
बच्चे और गर्भवती महिलाओं को पटाखों के शोर व धुएं से बचकर रहना चाहिए। पटाखों से निकले हुए काढ़े धुएँ से छोटे बच्चों में सांस की समस्या हो सकती है। पटाखों में हानिकारक रसायन होते हैं, जिनके कारण बच्चों के शरीर में टॉक्सिन्स का स्तर बढ़ जाता है और उनके विकास में रुकावट बन जाता है।
दिवाली के दिन महिलाएं काम काज में ज्यादा व्यस्थ रहती हैं जिस वजह से कई बार वह अपने खाने पर ध्यान नहीं दे पाती। काम करते-करते बीच-बीच में खाते रहें। तेल और मसाले वाला भोजन खाने से परहेज करें साथ ही मिठाई भी कम खाएं।
किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए घर बैठे विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श करें- 👇
4. दिल के मरीज दिवाली पर बरतें सावधानियां
तला-भुना खान-पान में अधिक कार्बोहाइड्रेट होने के कारण रक्तचाप (बीपी) पर असर पड़ता है। चीनी भी रक्तचाप को बढ़ाती है। इसके लिए जरूरी है कि आप अपने खाने और नींद का खास ख्याल रखें। इस दिवाली तले पकवानों की जगह रोस्टेड पकवानों को अपने मैन्यू में शामिल करें। नमक और मसालों का कम प्रयोग करें।
ये भी पढ़ें-
- DIWALI 2020: बच्चों और बुजुर्गों को दिवाली पर वायु प्रदूषण से ऐसें बचाएं, हो सकती हैं ये बीमारियां
- DIWALI 2020: स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए सेहतमंद है ECO-FRIENDLY DIWALI, ऐसे करें सेलिब्रेट
- DIWALI OFFER 2020: आयु ऐप से दवाईयाँ ऑर्डर करने पर पाएं 100% कैश-बैक, हर दिन चुने जाएंगे 10 लकी विनर्स
- दिवाली पर इन 5 टिप्स से खुद को रखें स्वस्थ
- दिवाली पर इन नेचुरल फेसपैक से पाएं चेहरे पर चमक
- पटाखों से जलने पर तुरंत राहत पहुंचाएंगे ये 10 उपाय
अस्वीकरण- सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए अभी डाउनलोड करें ‘आयु ऐप’ और घर बैठे डॉक्टर से परामर्श लें।