अपेंडिक्स का घरेलू इलाज और सावधानियां
आज के दौर में खानपान की अनियमितता सहित कई तरह के जीवनशैली में बदलाव की वजह से कई तरह की बीमारियाँ हो सकती है। जो पहले बहुत मुश्किल हुआ करती थी लेकिन आजकल आम हो गई है।
अपेंडिक्स हमारे पेट में आंत के बीच का हिस्सा होता है, जिसे अपेंडिसाइटिस कहते है। अपेंडिक्स पेट के दाई तरफ नीचे की ओर होती है, इसलिए यदि इसमें इंफेक्शन हो जाए तो सूजन आ जाती है जिससे दर्द होता है।
इसके बाद जैसे-जैसे सूजन बढ़ती है, यह दर्द बढ़ता जाता है और अंत में इसका इलाज ऑपरेशन पर आकर खत्म होता है और इसे पेट से बाहर निकालना पड़ता है। यदि इस पेट में सूजन Abdominal swelling फट जाए जिसे अपेंडिक्स बर्सट Appendix bursat कहते है, यह स्थिति बहुत गंभीर हो जाती है।
लेकिन यदि हम इसके लक्षणों को पहचान करके समय रहते ही उपाय कर लेते हैं, तो इससे छुटकारा पाया जा सकता है। अपेंडिक्स के उपचार के लिए घरेलू नुस्खे बहुत कारगर है लेकिन यदि परेशानी बढ़ जाती है तो ऑपरेशन ही इसका इलाज है।
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अपेंडिक्स होने के कारण (Causes of Appendix):
- कब्ज
- आंतो में भोजन के कण का जाना
- भोजन में फाइबर की मात्रा कम होना
- फलों के बीजों का अपेंडिक्स में फँसना
- अपेंडिक्स में गाँठ या केंसर की बीमारी का होना
अपेंडिक्स के लक्षण (Symptoms of Appendix):
- पेट में नाभि के आसपास दर्द महसूस होना
- उल्टी आना
- जी मिचलाना
- पेट में सूजन
- भूख ना लगना
- बुखार आना
- गैस बनना
- पेशाब करने में परेशानी होना
अपेंडिक्स की बीमारी में क्या करें और क्या ना करें (What to do and what not to do in Appendix):
अपेंडिक्स की बीमारी में क्या करें:
- अपनी दिनचर्या में नियमित रूप से एक्सरसाइज शामिल करें।
- स्वस्थ और पौष्टिक आहार लें, जिसमें आर्टिफिशल कलर या फ्लेवर ना हों।
- अपने आस-पास सफाई रखें और पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखें।
- रोजाना खुली हवा में सैर करें।
अपेंडिक्स की बीमारी में क्या ना करें:
- स्ट्रांग कॉफी, उत्तेजक पेय पदार्थ, औषधीय गुण वाला खाना और जड़ी बूटियां ना लें।
- खराब सब्जियां या मीट ना लें।
- जरुरत से ज्यादा ना खाएं।
- अधिक मसालेदार खाना ना खाएं।
- अपने आहार में अत्यधिक चीनी या नमक ना लें।
अपेंडिक्स के इलाज के घरेलू नुस्खे:
अदरक सूजन को कम करने में मदद करता है। अदरक वाली चाय का दिन में दो से तीन बार सेवन करें या पेट पर मसाज के लिए अदरक के तेल का इस्तेमाल करें।
तुलसी का सेवन अपेंडिक्स में रामबाण इलाज है, रोजाना तीन से चार पत्ते तुलसी के चबा-चबा कर खाने से लाभ मिलता है।
पुदीना पेट की समस्याओं को दूर करने में मदद करता है, पेट में गैस और चक्कर आदि में पुदीना बहुत फायदेमंद है। पुदीने की चाय से अपेंडिक्स के दर्द में आराम मिलता है।
पाचन शक्ति ठीक रखने और कब्ज़ से दूर रहने के लिए एलोवेरा का उपयोग अच्छा है।
पालक का साग आँतों की बीमारियों के इलाज में कारगर है।
दूध को उबाल ले और बाद में ठंडा करके सेवन करने से लाभ होता है।
खाली पेट 2–3 लहसुन की कलियाँ खाएं और भोजन के साथ लहसुन का सेवन करें।
खाना खाने से पहले थोड़ा सेंधा नमक और अदरक टमाटर पर लगाकर खाएं।
अपेंडिक्स का ट्रीटमेंट घरेलू तरीके से करने में छाछ की एक महत्वपूर्ण भूमिका है, छाछ के गिलास में थोड़ा-सा काला नमक मिलाकर पीने से अपेंडिक्स में आराम मिलता है।
ज्यादा चटपटी और तली हुई चीजों का सेवन ना करें, पानी ज्यादा से ज्यादा पिएँ और तरल पेय आदि का उपयोग करें। और पढ़ें: अपेंडिक्स क्या है? जानें, अपेंडिक्स के लक्षण और घरेलू उपचार
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