अंडे खाने के सेहतमंद तरीके तलकर या उबालकर जाने !
अंडे प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। कुछ लोग, बॉइल्ड, हाफ फ्राई, कुछ लोग कच्चा अंडा खाना पसंद करते हैं। हेल्दी होने के कारण इसका सेवन हर वर्ग के लोग करते हैं। जिम जाने वालों और वजन बढ़ाने वाले लोगों के आहार का हिस्सा अंडा है।
बॉइल्ड यानि उबले और फ्राई अंडे खाना सही मानते है, लेकिन बारिश के मौसम में कच्चा अंडा खाना खतरे से कम नहीं है। इससे आपको गंभीर बीमारी भी हो सकती है। कच्चे अंडे में कई तरह के बैक्टीरिया होते है इसलिए इसे पकाकर खाना चाहिए क्योंकि इनमें कुछ ऐसे पोषक तत्व होते हैं जिसे कच्चा खाने पर डाइजेशन की समस्या होती है। कच्चे अंडे में मौजूद कुल प्रोटीन का सिर्फ 51% हिस्सा ही हमारा शरीर छोटे टुकड़ों में तोड़ पाता है जबकि पकाकर खाने पर शरीर को 91% तक प्रोटीन मिलता है। इसका कारण है तापमान बढ़ने पर अंडों में मौजूद प्रोटीन का स्ट्रक्चर बदल जाना, जिससे यह आसानी से पच जाते हैं।
अंडा किस रूप में खाना बेहतर है?
अंडों को उबालकर खाना अच्छा माना जाता है जबकि कुछ लोग इसे कच्चा खाना पसंद करते है। ज्यादातर लोगों को ऐसा पता होता है कि कच्चा अंडा स्वास्थ्य के लिए ज्यादा अच्छा होता है पर यह गलत है। पका हुआ अंडा या उबला हुआ अंडा भी उतना ही हेल्दी होता है जितना कच्चा अंडा।
उबले अंडों में क्या है खास:
ज्यादातर लोग उबले अंडे या पका हुआ अंडा खाना पसंद करते है। कई रिसर्च में यह पाया गया है कि उबले अंडे खाने से उसका 90 प्रतिशत प्रोटीन शरीर में पहुँचता है। यह पाचन तंत्र के लिए भी अच्छा है। उबले अंडे को पचाने में भी आसानी होती है।
अंडे को कितनी देर तक उबाले या पकाए:
अब तक आप यह तो समझ ही गए है कि उबले अंडे खाने के बहुत फायदे है पर इसे कितनी देर तक पकाना चाहिए यह भी आपको पता होना चाहिए। उबले हुए अंडे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, लेकिन इसे ज्यादा तापमान पर नहीं पकाना चाहिए। अंडे उबलने के लिए 7-9 मिनट का वक्त ही बहुत है। इस दौरान आपको आंच भी मीडियम रखनी चाहिए। एक रिसर्च में पाया गया है कि अंडों को ज्यादा तापमान में पकाने से इसमें मौजूद विटमिन ए 17% से 20% तक कम हो जाता है। ज्यादा आंच में पकाने से अंडों में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स भी घट जाते हैं।
बारिश के मौसम में कैसा अंडा खाएं:
बारिश के मौसम में कच्चा अंडा खाने वालों को इंफेक्शन का खतरा ज्यादा होता है। अंडे के छिलके में साल्मोनेला नामक बैक्टीरिया होता है जो कच्चा खाने पर इंफेक्शन का कारण बन सकता है। कच्चा अंडा खाने से उल्टी, दस्त और बुखार की समस्या हो सकती है। बरसात के मौसम में कच्चे अंडे खाना मतलब बीमारी को न्योता देना।
अंडा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। कुछ लोग इसे तलकर खाना पसंद करते हैं कुछ केवल इसे उबालकर खाना पसंद करते है। लोग सबसे पहले स्वाद को प्राथमिकता देते हैं। पके हुए अंडे के फायदे और उबले अंडे के फायदे अलग-अलग हैं।
अंडे को सुपरफूड क्यों कहते है?
अंडे को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि यह पोषक तत्वों और विटामिन से भरा होता है। इसके अंदर प्रोटीन, बायोटिन, आयरन, सैचुरेटेड फैट, विटामिन बी 7, विटामिन एच, विटामिन बी 12, जिंक, मैग्नीशियम और कैरोटीनॉयड भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
अंडे को पकाकर खाने के फायदे:
अंडे को ज्यादातर लोग पकाकर खाते हैं। अंडे का टोस्ट बनाकर खाया जाए तो वह स्वस्थ और उच्च प्रोटीन का नाश्ता है। इसके लिए आपको एक कटोरे में अंडे को फोड़कर उसके अंदर का तरल पदार्थ निकालना है, फिर उसे अच्छी तरह से फेटें, इसमें कुछ मसाले, सब्जियां और पनीर जोड़ें और फिर मिक्स करके फ्राईपेन में डालें और मध्यम आंच पर पकाएं। अगर आप इन्हें ज्यादा नहीं पकाएंगे तो संवेदनशील पोषक तत्व काफी कम मात्रा में नष्ट होंगे। तले हुए अंडे को ओवरकुक करने से अंडों में प्रोटीन और विटामिन बी -12 जैसे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है।
अंडे को उबालकर खाने के फायदे:
अंडों को उबालने के लिए एक बर्तन में पानी लेकर, उसमें अंडे डाल दें और फिर उस बर्तन को ऊपर से बंद कर के मंदी आंच पर छोड़ दें। यह अंडे उबालने का एक फैट रहित तरीका है। इस तरीके से अंडे टूटते कम हैं। यदि आपने उन्हें ओवरकुक कर लिया है तब भी उनमें केवल कुछ पोषक तत्व निकलेंगे। अंडों को उबालने से अंडे की जर्दी (Yolks) में एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा कम हो सकती है।
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