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गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण | 10 Pregnancy Signs and Symptoms in Hindi

गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण | 10 Pregnancy Signs and Symptoms in Hindi

गर्भाधान के कुछ समय बाद जब निषेचित अंडा (fertilized egg) को गर्भाशय की दीवार से जोड़ता है, तब आपको गर्भवती होने का अहसास हो सकता है। यह सामान्यतः गर्भाधान के 10 दिन के अंदर होता है या कई बार आपको किसी तरह का बदलाव दिखे ही ना और हो सकता है आपकी माहवारी चूकने पर आप असमंजस की स्थिति में रह जाए कि आप गर्भवती हैं या नहीं।

आइये हम आपको यहाँ गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण बताते है लेकिन ऐसा हो सकता है कि आपको इनमें से एक भी लक्षण महसूस ना हो या सभी लक्षण महसूस हो या कोई भी लक्षण महसूस ना हो।

गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण:

  • भोजन की लालसा होना और गंध में बदलाव होना:

किसी विशेष भोजन की लालसा या किसी के प्रति हीन भावना हो जाना प्रेग्नेंट होने के लक्षण हो सकता है। हालांकि, केवल इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता, क्योंकि यह सिर्फ आपकी पसंद या आपके शरीर में किसी विशेष पोषक तत्व की कमी का संकेत हो सकता है। मगर यदि भोजन की लालसा होने के साथ-साथ अगर और भी कई लक्षण महसूस होते है तो आपको आपकी माहवारी की नियत तिथि से कितने दिन ऊपर हो गए है इसपर ध्यान देना चाहिए।

गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण में भोजन की लालसा होना और गंध में बदलाव होना शामिल है। ऐसा भी हो सकता है कि आपको कुछ भोजन पसंद ना आए और कुछ खाने का मन करें। यह कुछ महिलाओं में काफी जल्दी या शुरुआती दिनों में, यहाँ तक कि माहवारी चूकने से पहले भी हो सकता है। (यह भी पढ़ें: पीरियड्स मिस होने पर क्या करें)

कुछ महिलाऐं ऐसे समय में मुँह में धातु जैसे स्वाद की शिकायत करती हैं, तो कुछ कॉफी का स्वाद या आमतौर पर पसंद आने वाले भोजन जैसे अंडे के स्वाद को बर्दाश्त नहीं कर पाती।

आपकी सूंघने के तरीके में भी बदलाव आ सकता है और आप महसूस कर सकती हैं कि खाना या खाना पकाने की महक के प्रति आप अधिक संवेदनशील हो गई हैं।

कुछ विशेष गंध जैसे दाल या आलू पकाने की गंध से गला रुंध सकता है या यह आपकी भूख को कम भी कर सकता है।

  • मनोदशा में बदलाव आना:

गर्भावस्था के दौरान आपके खून में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन की मात्रा बढ़ने के कारण शरीर में हार्मोन स्तर तेजी से बढ़ता है। ये बढ़ा हुआ हार्मोन स्तर आपकी मनोदशा को प्रभावित कर सकता है।

गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण में आप अपने अंदर अच्छी और बुरी दोनों तरह की भावनाओं का उफान महसूस कर सकती हैं या आप सामान्य से अधिक उदास या चिंतित हो सकती हैं।

अगर, आप अत्याधिक परेशान महसूस कर रही हों या स्वयं को कुछ करने का मन करें, तो तुरंत अपनी डॉक्टर से इस बारे में बात करें।

  • पेट फूल जाना:

आपके कपड़े कमर पर सामान्य से तंग लग सकते हैं। यह इसलिए नहीं है कि आपका गर्भाश्य बढ़ रहा है, यह फूलापन सिर्फ हॉर्मोन परिवर्तन के कारण होता है।

गर्भावस्था की शुरुआत में शरीर प्रोजेस्ट्रोन की जितनी मात्रा उत्पन्न करता है, वह जठरांत्र पथ (गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट ) समेत पूरे शरीर की मांसपेशियों के ऊतकों को शिथिल कर देता है।

यह शिथिलता आपकी पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देता है, जिससे पेट में फुलाव, डकार, गैस या असहज उत्तेजना पैदा होती है। यह ज्यादातर ज्यादा खाने से होता है।

  • पेशाब बार-बार आना:

गर्भावस्था के लगभग छठे सप्ताह से आप महसूस करेंगी कि शायद आपको सामान्य से अधिक बार पेशाब आने लगे।

ऐसा गर्भावस्था के कई हार्मोनों के मिश्रण, शरीर में रक्त की अधिक मात्रा और गुर्दों के अतिरिक्त मेहतन करने के कारण होता है।

अगर आपको पेशाब करते हुए जलन या दर्द हो, तो आपको यूटीआई की समस्या हो सकती है। इस बारे में अपनी डॉक्टर से बात करें।

  • थकान महसूस करना:

क्या आप थकान महसूस करती हैं? गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण में थकान भी शामिल है। गर्भावस्था के शुरूआती दौर से ही आपका शरीर शिशु को सहारा देने के लिए खुद को तैयार करता है। इस दौरान आपको थकान महसूस हो सकती है और आप सामान्य से अधिक बैठना या लेटना पसंद कर सकती हैं।

यह शरीर में गर्भावस्था के हार्मोन के कारण होता है। यह आपको थकान,परेशान या भावुक कर सकते हैं।

हालांकि, थकान कोई निश्चित लक्षण नहीं है। यह गर्भावस्था का सामान्य लक्षण है। आप तीसरी तिमाही में थकान से सबसे अधिक प्रभावित होती है।

  • संवेदनशील और सूजे हुए स्तन होना:

गर्भावस्था के छठे हफ्ते के बाद जब आप अपने स्तन छूते है तो वह ज्यादा संवेदनशील हो सकते है। ऐसा आपको माहवारी शुरू होने से पहले महसूस होता है।

आपको आपके स्तन थोड़े बड़े और सूजे हुए लग सकते है और त्वचा में नीली नसें देखी जा सकती हैं। संवेदनशीलता पहली तिमाही में सबसे आम है, और जैसे-जैसे गर्भावस्था बढ़ती है यह कम होती जाती है क्योंकि गर्भावस्था के हार्मोन स्तनों में रक्त आपूर्ति बढ़ा देते हैं, इसलिए आपको निप्पल के आसपास सनसनाहट महसूस हो सकती है। यह गर्भावस्था के सबसे पहले लक्षणों में से एक हो सकता है और कभी-कभी यह गर्भाधान के लगभग एक सप्ताह के भीतर ही पता चलने लगता है।

एक बार जब आपका शरीर इस हार्मोन वृद्धि का आदि हो जाएगा, तो यह अनुभूति कम होती है। गर्भावस्था में त्वचा में बदलाव आना आम है। सबसे पहला बदलाव आपके निप्पल के पास गोलाकार त्वचा (एरिओला) का रंग गहरा हो जाना है। यह आठ सप्ताह के बाद से हो सकता है।

आपको निप्पल के आसपास छोटे दाने दिख सकते हैं और निप्पल भी अधिक सख्त और कड़े प्रतीत हो सकते हैं।

  • मिचली या उल्टी आ जाना:

अगर आप भाग्यशाली हुईं, तो मिचली से पूरी तरह बच भी सकती हैं। मगर, अक्सर मिचली गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण में शुरूआती गर्भावस्था का आम लक्षण है। यह प्रेगनेंसी के पहले हफ्ते के लक्षण (First Week Pregnancy Symptoms in Hindi).

यह अक्सर गर्भावस्था के छठे हफ्ते में शुरू होती है, मगर कभी-कभी यह चौथे सप्ताह में शुरू हो सकती है। आपको उल्टी हो सकती है या फिर सिर्फ मिचली का एहसास हो सकता है। इसका नाम ‘सुबह की मिचली’ है लेकिन यह सुबह, दिन या रात में किसी भी वक्त हो सकता है।

  • महावारी ना आना:

गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण में महावारी ना आना भी शामिल है। अगर, आपकी महावारी आमतौर पर नियमित रहती है और अगर यह समय पर नहीं आती, तो कोई अन्य लक्षण देखने से पहले आप शायद गर्भावस्था का परिक्षण करेंगी। महावारी का चूकना गर्भावस्था के निश्चित संकेतों में से एक है।

मगर, यदि आपकी महावारी अनियमित रहती है या आप अपनी अगली माहवारी की तिथि को लेकर संशय में रहती हैं, तो आपको महावारी में देरी होने का अहसास नहीं होगा। ऐसे मामलों में संवेदनशील स्तन मिचली महसूस करना और ज्यादा बार पेशाब जाना आपके गर्भवती होने के कुछ शुरुआती संकेत हो सकते हैं।

आपकी महावारी के समय पर खून के कुछ हल्के धब्बे आना सामान्य है। आप अपने अंतःवस्र पर या पेशाब करते हुए हल्के गुलाबी या भूरे रंग के धब्बे देख सकती हैं। इसके अलावा आप हल्की ऐंठन भी महसूस कर सकती हैं।

विशेषज्ञ भी इस बात को लेकर निश्चित नहीं हैं कि गर्भावस्था की शुरुआत में खून के धब्बे क्यों आते हैं। इनका कारण गर्भाशय में डिंब का आरोपित होना या महावारी को नियंत्रित करने वाले हार्मोन की हलचल हो सकती है। ऐसा विकसित हो रही अपरा (प्लेसेंटा) की वजह से भी हो सकता है।

बहरहाल, एहतियात के तौर पर किसी भी तरह के रक्तस्राव के बारे में अपनी डॉक्टर को अवश्य बताएं।

  • शरीर का उच्च बेसल तापमान होना:

गर्भावस्था के 10 प्रमुख लक्षण में शरीर का उच्च बेसल तापमान होना शामिल है। यदि आप हर दिन अपने शरीर के तापमान पर नजर रखे हुए हैं, तो आप इस बदलाव को समझ सकती हैं।

18 दिन तक लगातार शरीर के बढ़े हुए बेसल तापमान का मतलब है कि शायद आप गर्भवती हों। आपका तापमान पूरी गर्भावस्था के दौरान बढ़ा हुआ ही रहता है।

  • घर पर गर्भावस्था जाँच का पॉजिटिव परिणाम होना:

अगर, आप महावारी चूकने के एक दिन बाद यदि घर पर गर्भावस्था परीक्षण करें, तो यह अधिकतर विश्वसनीय परिणाम देता है।

यह जाँच किस तरह परिणाम देती है, वह अलग हो सकता है। कुछ जाँच पट्टी पर गुलाबी और नीली रेखा दिखाते है। कुछ में प्लस (+) या माइनस (-) का निशान आता है या फिर कुछ आपके पेशाब के नमूने का रंग बदल देते हैं।

अगर, आप घर पर गर्भावस्था की जाँच करें और परिणाम नेगेटिव आए, तो हो सकता है कि आपने जाँच बहुत जल्दी कर ली हो।

कुछ दिनों का इंतजार कीजिए और फिर भी आपकी महावारी ना आए, तो दोबारा जाँचें। इसके अलावा आप गर्भावस्था के लिए खून की जाँच भी करवा सकती है। इसे अक्सर एचसीजी टेस्ट कहा जाता है, क्योंकि इस जाँच में एचसीजी हार्मोन का पता लगाया जाता है।

खून की जाँच कई बार पेशाब की जाँच से पहले ही गर्भावस्था का पता लगा देती है। इसे अक्सर बिल्कुल सटीक माना जाता है। अगर आप गर्भवती हैं, तो आपके शरीर में शिशु विकसित हो रहा है, इसलिए इंतजार करते समय भी अपनी सेहत का ध्यान रखें। पॉजिटिव परिणाम यानि आप गर्भवती है। इसलिए अपने डॉक्टर से बात कीजिए।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह लेख सामान्य जानकारी देता है। अधिक जानकारी के लिए आज ही अपने फोन में आयु ऐप डाउनलोड करें। स्वास्थ्य संबंधी किसी भी जानकारी के लिए आप हमारे हेल्पलाइन नंबर 781-681-11-11 पर कॉल करके अपनी समस्या बता सकते है। आयु ऐप आपके बेहतर स्वास्थ्य के लिए कार्यरत है।

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