Corona weekly update : सस्ती स्टेरॉयड दवाओं से बच सकती है कोरोना मरीज़ों की जान
स्टेरॉयड दवाओं पर की गई रिसर्च पर WHO की मुहर लग गई है, जिसमें सामने आया है कि कोरोना संक्रमित 100 गंभीर मरीज़ों में से 8 की जान सस्ती स्टेरॉयड दवाओं से बच सकती है। स्टेरॉयड दवा के तीन ट्रायल किए गए हैं, इसमें कोरोना पीड़ितों को ये दवाएँ देने पर मौत का खतरा कम हुआ है।
हालांकि, किसी कोरोना मरीज़ में शुरुआती लक्षण होने पर स्टेरॉयड दवा देने की जरूरत नहीं है। जर्नल ऑफ द अमरीकन मेडिकल एसोसिएशन में इस नए रिसर्च के नतीजे प्रकाशित हुए हैं। शोधकर्ताओं का कहना है कि रिसर्च के नतीजे प्रभावशाली हैं, पर स्टेरॉयड कोरोना वायरस का इलाज कतई नहीं है।
स्टेरॉयड का काम क्या है? आमतौर पर स्टेरॉयड मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और सूजन को शांत करने का काम करते हैं। इनका इस्तेमाल गठिया और अस्थमा जैसी बीमारियों के साथ-साथ गंभीर संक्रमण के मामलों में किया जाता है।
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2. चीन में नाक से दी जाएगी कोरोना की वैक्सीन
कोविड19 के संक्रमण से बचने के लिए दुनिया में कई वैक्सीन पर काम चल रहा है। उनमें से ऑक्सफ़ोर्ड की कोरोना वैक्सीन सबसे आगे है लेकिन फिलहाल एक शख्स की हालत गंभीर होने पर वैक्सीन का ट्रायल रोक दिया गया है, वहीं अब चीन ने कोरोना वायरस की नाक से दी जाने वाली वैक्सीन की जानकारी दी है, इस वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल को भी मंजूरी मिल गई है।
वैज्ञानिकों का दावा है कि अब ट्रायल में शामिल लोगों को इंजेक्शन के दर्द से राहत मिलेगी, उन्हें नेजल स्प्रे से वैक्सीन दी जाएगी। पहले फ्लू महामारी को रोकने के लिए नेजल स्प्रे वैक्सीन को विकसित किया गया था, यह उन बच्चों और युवाओं को दी जाती थी जो इंजेक्शन से बचना चाहते हैं।
अमेरिकी कम्पनी एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के बाद चीन फिलहाल दूसरे पायदान पर है। चीन के विज्ञान मंत्रालय के मुताबिक, नेजल स्प्रे में फ्लू का कमजोर स्ट्रेन वाला वायरस है, जिसमें कोरोना का स्पाइक प्रोटीन है। जब यह वैक्सीन नाक में पहुंचती है तो फ्लू का वायरस कोरोना की नकल करता है और इम्यून रेस्पॉन्स को बढ़ाता है ताकि शरीर कोविड-19 से लड़ सके।
3. RT-PCR टेस्ट जरूरी
कोविड-19 (Covid-19) की रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी RT-PCR टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिख कर यह आदेश दिया है।
- न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक एंटीजन टेस्ट में निगेटिव पाए जाने के मरीज को निगेटिव मान लिया जाता था। लेकिन एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव टेस्ट पाए जाने पर RT-PCR टेस्ट के माध्यम से कोरोना वायरस की पुष्टि की जाती थी।
- लेकिन पिछले दिनों जिस तरह से कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ी है उसे देखते हुए सरकार और ICMR ने यह निर्देश दिए हैं। ICMR का मानना है कि ऐसा करके हम ज्यादा से ज्यादा कोरोना मरीज़ों तक पहुंच सकेंगे और उन्हें इस संक्रमण से बचा पाएंगे। और पढ़ें- इसी साल आएगी ऑक्सफ़ोर्ड की कोरोना वैक्सीन
4. UNICEF करेगा कोरोना वैक्सीन का नेतृत्व ….
सभी ज़रूरतमंद लोगों तक कोरोना की वैक्सीन पहुँचे, इसकी सुनिश्चित्ता यूनिसेफ़ तय करेगा। जानकारी के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनिसेफ़) कोरोना वायरस के टीकों की खरीद और आपूर्ति का नेतृत्व करेगा।
इसके जरिए सुनिश्चित किया जाएगा कि जब यह टीका उपलब्ध हो तो सभी देशों को सुरक्षित, तेजी से और उचित रूप से टीके की प्रारंभिक खुराक हासिल हो सके।
मालूम हो, यूनिसेफ़ दुनिया का सबसे बड़ा एकल टीका ख़रीदार है, जो सालाना 100 देशों की ओर से नियमित टीका करण और संक्रमण रोकने के लिए दो अरब से ज्यादा टीकों की खरीद करता है।
यूनिसेफ़, रिवॉवल्विंग फंड ऑफ द पैन अमेरिका हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (पीएएचओ) के सहयोग से कोविड-19 टीकों की खरीद और खुराक की आपूर्ति कोवैक्स ग्लोबल वैक्सीन फैसिलिटी की तरफ से 92 निम्न और निम्न मध्यम आय वाले देशों के लिए करेगा।
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5. आयुर्वेद की सलाह: गुनगुने पानी में शहद डालकर पिएं
- आयुर्वेद विशेषज्ञों ने कोरोना महामारी (Corona Pandemic) से निपटने के लिए एक सलाह दी है। अगर आपको कई दिनों से खांसी आ रही है तो सोने से पहले गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पिएं। यह लो-ब्लड प्रेशर भी कंट्रोल करेगा और चेहरे पर चमक लाएगा।
- मात्र एक चम्मच शहद से 64 कैलोरी मिलती है, इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण हैं और शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ाता है। आयुष मंत्रालय ने इसे बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने वाला बताया है। शहद कई तरह खनिज और विटामिन से भरपूर होता है।
- शहद और गुनगुने पानी का मिश्रण खून में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है, जिससे एनीमिया या खून की कमी में फायदा होता है। इससे खून में लाल रक्त कोशिकाओं (आरबीसी) की संख्या में इज़ाफा होता है।
- शहद रक्त की ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता को बढ़ाते हुए सांस फूलने जैसी बीमारी को भी कम करता है। इसके साथ ही इसके सेवन से दिमाग को भी पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है, जिससे दिमाग सेहतमंद रहता है।
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