Corona brief news: कोविड की निगेटिव रिपोर्ट आने पर भी RT-PCR टेस्ट जरूरी इसी साल आएगी कोविड वैक्सीन
कोविड-19 (Covid-19) की रिपोर्ट निगेटिव आने पर भी RT-PCR टेस्ट करवाना अनिवार्य होगा। स्वास्थ्य मंत्रालय और ICMR ने सभी राज्यों को चिट्ठी लिख कर यह आदेश दिया है।
1. RT-PCR टेस्ट जरूरी
- न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, अभी तक एंटीजन टेस्ट में निगेटिव पाए जाने के मरीज को निगेटिव मान लिया जाता था। लेकिन एंटीजन टेस्ट में पॉजिटिव टेस्ट पाए जाने पर RT-PCR टेस्ट के माध्यम से कोरोना वायरस की पुष्टि की जाती थी।
- लेकिन पिछले दिनों जिस तरह से कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या बढ़ी है उसे देखते हुए सरकार और ICMR ने यह निर्देश दिए हैं। ICMR का मानना है कि ऐसा करके हम ज्यादा से ज्यादा कोरोना मरीज़ों तक पहुंच सकेंगे और उन्हें इस संक्रमण से बचा पाएंगे।
2. दावा- इसी साल आएगी ऑक्सफ़ोर्ड की कोरोना वैक्सीन
ऑक्सफ़ोर्ड की कोविड-19 (Covid-19) वैक्सीन से ट्रायल्स के दौरान एक शख्स की तबियत खराब होने की एक्सपर्ट्स जांच कर रहे हैं। इस घटना ने वैक्सीन की रफ्तार को धीमा कर दिया है, फिर भी ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी और सीरम इंस्टीट्यूट के सहयोग से बनाई जा रही वैक्सीन को लेकर एस्ट्राजेनेका कंपनी ने दावा किया है कि- कोविड-19 की वैक्सीन इसी साल आ जाएगी।
- ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्राजेनेका की ओर से विकसित वैक्सीन कोवीशील्ड का भारत में फेज-2 और फेज-3 का कम्बाइंड ट्रायल्स चल रहा है। यह करने वाली सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया ने भारत में भी ट्रायल्स रोक दिए हैं।
- भारत में अब तक 100 वॉलेंटियर्स को ट्रायल्स के तहत यह वैक्सीन लगाया गया है। यह ट्रायल पूरा करने के लिए करीब 1,600 वॉलेंटियर्स को एनरोल करने की योजना है।
3. ICMR के पहले नेशनल सीरो सर्वे, बताया कितने हो चुके कोविड मरीज़
कोरोनावायरस (Coronavirus) के लगातार बढ़ते मामलों के बीच ICMR की तरफ से देशभर में सीरो सर्वे करवाए जा रहे हैं। अब ICMR की तरफ से करवाए गए पहले नेशनल सीरो सर्वे के नतीजे सामने आ गए हैं। ICMR के पहले नेशनल सीरो सर्वे के अनुमान के मुताबिक, मई तक कोविड-19 से संक्रमित 64 लाख लोग हो चुके थे।
सर्वे बताता है कि हर एक RT-PCR टेस्ट से एक कन्फर्म पॉजिटिव मामला सामने आ रहा था तो उस समय 82-130 इन्फेक्शन के मामले थे। यह सर्वे उस समय के संक्रमण की स्थिति बताता है जब देश में लॉकडाउन था।
सीरो सर्वे बताता है कि जिन जिलों में एक भी कोरोना मामला नहीं आया था। उन जिलों में भी सीरो सर्वे में संक्रमण की बात सामने आयी है। सर्वे रिपोर्ट कहती है कि जिन जिलों में कोई केस नहीं थे या कम केस थे वहां पर मामले इसलिए भी कम सामने आ रहे होंगे क्योंकि टेस्टिंग कम थी।
4. Covid 19 वैक्सीन के ट्रायल पर रोक, WHO ने कहा- निराश ना हों
ऑक्सफ़ोर्ड और सीरम इंस्टीट्यूट की कोविड-19 वैक्सीन पर रोक लगाए जाने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन की वैज्ञानिक सौम्या स्वामीथान ने कहा है कि वैक्सीन के ट्रायल से निराश होने की जरूरत नहीं है ट्रायल के दौरान ऐसी घटनाएं होती रहती है।
जेनेवा में WHO की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामी नाथन ने कहा कि एस्ट्राजेनेका (AstraZeneca) पर रोक कोई झटका नहीं है और ना ही निराश होने की जरूरत है। इससे सिर्फ साफ़ हुआ है कि वैक्सीन निर्माण की प्रक्रिया तेज और सीधी नहीं थी।
आपको बता दें कि एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन परीक्षण के दौरान एक मरीज की तबियत बिगड़ गई थी और परीक्षण रोक दिया गया था।स्वामी नाथन ने कहा “मुझे लगता है कि यह अच्छा हुआ।
सभी को यह जानने के लिए सीख है कि रिसर्च में उतार-चढ़ाव आते हैं। क्लिनिकल विकास में भी उतार-चढ़ाव आते हैं। हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। ऐसी घटनाएँ होती हैं इसलिए निराश होने की जरूरत नहीं है। हम आशा करते हैं कि चीजें आगे बढ़ सकेंगी। हमें इंतजार कर देखना होगा कि वास्तव में हुआ क्या था।”
लेटेस्ट कोरोना वायरस अपडेट्स और किसी भी बीमारी से संबंधित विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श के लिए डाउनलोड करें ”आयु ऐप’।
Wo sab to thik h, lekin vaccine kab tak aayegi